पं.बालकृष्ण शर्मा “नवीन” जयंती समारोह को भगवा रंग देने का प्रयास

 

🔳 भाजपा विधायक इंदरसिंह परमार ने किया भ्याना में हंगामा

हरमुद्दा
शाजापुर, 10 दिसंबर। मप्र में भाजपा की सरकार नहीं रहने के बाद पार्टी जनप्रतिनिधियों की हालत खिसियाई बिल्ली खम्बा नोचे जैसी हो गई है। जिसका प्रदर्शन शुजालपुर क्षेत्र के विधायक इंदरसिंह परमार और उनके समर्थकों ने हिन्दी साहित्य अकादमी भोपाल द्वारा शाजापुर जिले की तहसील शुजालपुर के ग्राम भ्याना में आयोजित पं. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ की जयंती के अवसर पर आयोजित एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान किया।

विधायक को आपत्ति थी कि अकादमी के आमंत्रण पत्र में उनका नाम नहीं छापा गया और न ही कार्ड उनको वितरित हुआ। यहां सवाल उठता है कि कार्यक्रम जब साहित्यिक था तो फिर विधायक का नाम प्रकाशित करने की आवश्यकता ही क्या थी ? हां कार्ड उन तक नहीं पहुंचा यह अवश्य कार्ड वितरित करने वाले की गलती हो सकती है।

वर्चस्व स्थापित करना रहा याद

विधायक ने इस अवसर पर रोष जाहिर करते हुए एक साहित्यकार प्रतापराव कदम का हाथ भी पकड़ लिया। जबकि गरिमा के अनुरूप विधायक को ऐसा नहीं करना चाहिए था। विधायक परमार और उनके समर्थकों को भले ही नवीनजी की पुस्तकों के नाम याद नहीं हो लेकिन उन्हें अपना वर्चस्व स्थापित करना अवश्य याद रहा। अकादमी निदेशक नवल शुक्ल की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए विधायक परमार का कहना था कि आप महापुरूषों का राजनीतिकरण कर रहे हैं। जबकि वस्तुस्थिति यह है कि विगत वर्षों से भाजपा ही नवीन जयंती कार्यक्रम का भगवाकरण करती आई है। पिछले दो साल से यह कार्यक्रम जिला मुख्यालय शाजापुर में आयोजित होता है और भ्याना में नवीनजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात शाम को आयोजित होने वाला काव्यपाठ सरस्वती शिशु मंदिर में सम्पन्न होता है। सब लोग जानते हैं कि यह शैक्षणिक संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित होती है।

और वे बने अतिथि

ज्ञात रहे कि नवीनजी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे और उनकी रचनाओं तथा जीवन संघर्ष में संघ की विचारधारा का कहीं से कहीं तक नामोनिशान नहीं है। विगत दो वर्षों से भाजपा के शासनकाल में आयोजित अकादमी के कार्यक्रमों में शाजापुर के उन लोगों को बुलाया जाता रहा जिनकी एक भी कविता ने छापेखाने ने मुंह नहीं देखा।

हद कर दी आपने विधायक जी

इस कार्यक्रम में शाजापुर ही नहीं प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ.दुर्गाप्रसाद झाला तक को आमंत्रित नहीं किया गया। जबकि उनकी अनेक पुस्तकें प्रकाशित एवं चर्चित हो चुकी है। भ्याना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक परमार ने तो हद ही कर दी।

हम देख लेंगे वहां

जाते जाते उन्होंने कहा कि शाम को रामचंद्र चौबे शिक्षा निकेतन मंडी शुजालपुर में आयोजित होने वाले काव्य पाठ के आयोजन को हम देख लेंगे। यह किस तरह आयोजित होता है। एक साहित्यिक कार्यक्रम को सभी के सहयोग से आदर्श बनाया जा सकता है। बशर्त अपना वर्चस्व स्थापित करने का प्रयास नहीं किया जाए।

किया काव्यपाठ

शाम को शुजालपुर में आयोजित काव्यपाठ के कार्यक्रम में आशुतोष दुबे, उत्पल बनर्जी, बहादुर पटेल, वसंत सकरगाए, हेमंत देवलेकर, ज्योति देशमुख तथा शुजालपुर नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष रचना जैन ने काव्यपाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि नरेंद्र गौड़ ने की और संचालन शशिभूषण ने किया।

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