बटिक शिल्प महिलाओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र
🔳 मोम के उपयोग से बनाई जाती है डिजाईन
🔳 राज्य स्तरीय अवार्ड मिला है
बड़वाला को
🔳 म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा प्रदर्शनी
हरमुद्दा
रतलाम, 29 दिसंबर। संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के मेले को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। उज्जैन भैरवगढ की बटिक शिल्प महिलाओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है।
रोटरी हाल में 7 जनवरी 2020 तक जारी मेले के आयोजक दिलीप सोनी ने बताया कि भैरवगढ का बटिक शिल्प देश में अदभुत है। इसे बनाने वाले कलाकार अब्दुल हमीद बड़वाला इस कला में पारंगत है। इस कला के लिए उन्हें राज्य सरकार की तरफ से राज्य स्तरीय अवार्ड मिला है।
ड्रेस मटेरियल को बनाने की तकनीक भी बहुत ही उम्दा
वर्तमान में रतलाम में आए श्री बड़वाला के पास साडियां, सलवार सूट, बेडशीट, गाउन, कुर्ति, स्कार्फ, कप्तान आदि उपलब्ध है। ड्रेस मटेरियल को बनाने की तकनीक भी बहुत ही उम्दा है।
फिर उस पर डाला जाता पिघला मोम
बड़वाला ने बताया कि मोम को पिघलाकर जिस भी ड्रेस मटेरियल पर डिजाईन उभारना होती है उसे बालू रेत की जमीन पर बिछाया जाता है। फिर डिजाईन अनुसार उस पर पिघला मोम डाला जाता है। इसके बाद कलर किया जाता है। गरम पानी में कलर के लिए कपडा डाला जाता है उसमें मोम पिघलकर बाहर आ जाता है और बाकी स्थान पर कलर से डिजाईन बन जाती है। इसके साथ ही कपडों पर मोम के पेन से भी डिजाईन बनाते हैं। यह बहुत मेहनत का काम है और वर्तमान में इस कला में पारंगत लोगों की आवश्यकता महससू की जा रही है। मोम के पेन से डिजाईन बनाने के बाद वही प्रक्रिया अपनाई जाती है।
फिर वहां से भेजी जाती विभिन्न देशों को
श्री बड़वाला ने बताया कि पहले भैरवगढ उज्जैन से ही सभी ड्रेस मटेरियल और साडियां विदेश जाती थी, लेकिन अब यह सभी सामग्री पहले जयपुर जाती है और फिर वहां से विभिन्न देशों को भेजी जाती है। उन्होंने बताया कि पूरी तरह से शरीर के माफिक होने से अधिकांश महिलाएं, लड़कियां इसे पसंद करती है।
वर्ष 1983-84 में मिला अवार्ड
राज्य स्तरीय अवार्ड के बारे में उन्होंने बताया कि वर्ष 1983-84 में उनके कार्य की गुणवत्ता को पसंद किया गया और मप्र के हस्तशिल्प निगम ने उन्हें राज्य स्तरीय अवार्ड से सम्मानित किया।
3000 हजार रुपए तक की सामग्री उपलब्ध
श्री सोनी ने बताया कि उनके पास 400 रुपए से लेकर 3000 हजार रुपए की कीमत की सामग्री उपलब्ध है। मेला आयोजक श्री सोनी ने बताया कि मेला 7 जनवरी 2020 तक आम लोगों के लिए रोटरी हाल रतलाम में सुबह 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला है।