10 एवं 11 जनवरी को होगा प्रतिच्छाया चंद्र ग्रहण
🔳 बिना वेद के लगेगा ग्रहण
🔳 चंद्रमा पृथ्वी के ऊपर वाले हिस्से से गुजरेगा, तो मध्यम होगा चंद्रमा
🔳 वेधशाला में मौजूद रहेंगे विशेषज्ञ
हरमुद्दा
उज्जैन/रतलाम, 8 जनवरी। शुक्रवार व शनिवार की रात को प्रतिच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, मगर इसके लिए वेद नहीं लगेगा। जब चंद्रमा पृथ्वी के ऊपर वाले हिस्से से गुजरेगा, तब चंद्रमा मध्यम होगा। ग्रहण के दौरान जीवाजी वेधशाला में विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे।
नए साल का पहला चंद्रग्रहण 10 एवं 11 जनवरी की रात को होगा। यह चंद्र ग्रहण प्रतिच्छाया होगा, जो भारत में नजर आएगा। शासकीय जीवाजी वेधशाला उज्जैन के अधीक्षक डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने हरमुद्दा को बताया कि प्रतिच्छाया चंद्र ग्रहण में चंद्रमा का कोई भाग पृथ्वी की वास्तविक छाया से नहीं ढकता है बल्कि चंद्रमा पृथ्वी के ऊपर वाले हिस्से से गुजरता है, जिससे उसका प्रकाश कुछ मध्यम हो जाता है। इस स्थिति को हम बिना टेलिस्कोप के सामान्य रूप से चंद्रमा को देखकर अनुभव कर सकते हैं। इसलिए प्रतिच्छाया चंद्र ग्रहण को सामान्य के ग्रहण के रूप में मान्यता नहीं देते हैं।
4 घंटे 8 मिनट रहेगा ग्रहण
ग्रहण का प्रारंभ 10 जनवरी को रात्रि 10 बजकर 36 मिनट से होगा। मध्य की स्थिति रात को 12 बजकर 40 मिनट 2 सेकंड पर होगा तथा मोक्ष 11 जनवरी को रात्रि 2 बजकर 44 मिनट पर होगा। वेधशाला के विशेषज्ञ रात्रि 10:30 से ग्रहण की जानकारी व अवलोकन के लिए मौजूद रहेंगे।