एनजीओ ने शिक्षण सामग्री दी तो संभागायुक्त द्वारा निलंबित कर दिए गए प्राचार्य

🔳 सावरकर की फोटो को मुद्दा बनाकर की कार्रवाई

🔳  संगठनों के संयुक्त मोर्चा कार्रवाई के विरोध में 15 जनवरी को देगा ज्ञापन

हरमुद्दा
रतलाम, 14 जनवरी। विद्यार्थियों को एनजीओ द्वारा सावरकर की फोटो लगी शिक्षण सामग्री देने के मामले में संभागायुक्त ने प्राचार्य को निलंबित करने की कार्रवाई कर दी है। इससे प्राचार्य, व्याख्याता एवं शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। निलंबन की कार्रवाई के विरोध में संगठनों के संयुक्त मोर्चा द्वारा 15 जनवरी को ज्ञापन दिया जाएगा।

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मुद्दा यह है कि शिक्षा विभाग के  शासकीय हाई स्कूल मलवासा के प्राचार्य आरएन केरावत को उज्जैन संभाग के आयुक्त अजीत कुमार द्वारा सोमवार निलंबित किया गया। निलंबन की अवधि में प्राचार्य का मुख्यालय संयुक्त संचालक, लोक शिक्षण उज्जैन कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि मलवासा हाई स्कूल में कुछ समय पूर्व किसी एनजीओ द्वारा शिक्षण सहायक सामग्री रजिस्टर वितरित किए गए थे, जिस पर सावरकर की फोटो लगी थी। इसे मुद्दा बनाकर कार्रवाई की गई है। प्राचार्य केरावत ने हरमुद्दा से चर्चा करते हुए बताया कि मामला 4 नवंबर का है।

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तो क्या वह गुनाह है?

ज्ञातव्य है कि सभी सरकारी स्कूलों में आए दिन कैरियर कॉउंसलिंग, कंप्यूटर शिक्षा, गायत्री परिवार, रामकृष्ण मिशन से लगाकर अनेक संगठन आकर अपनी बात रखते है क्या यह गुनाह है ? क्या कोई जिला शिक्षा अधिकारी  से अनुमति लेकर आता है? कोई नहीं। तो फिर अच्छी भावना से छात्र हित में यदि कोई कोई शैक्षणिक सामग्री वितरित करता है तो इसमें प्राचार्य का क्या दोष?

परिणाम सुधारों में सतत लगे हुए हैं प्राचार्य

उल्लेखनीय है कि श्री केरावत राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त व्याख्याता  है, वे जिला स्तरीय ज्ञानपुंज दल में भी है जो जिले का भ्रमण कर सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम सुधारने का प्रयास करता है। इस प्रकार की कार्रवाई कर्मठ व्यक्ति का मनोबल तोड़ती है।  संभाग आयुक्त द्वारा की गई कार्रवाई की प्राचार्यो, व्याख्याताओं, शिक्षकों ने इसकी भर्त्सना की है।

विभाग करता है जन सहयोग की अपेक्षा, तो क्यों पड़े विवादों में

प्राचार्यों, व्याख्याताओं व शिक्षकों ने बताया कि विभाग हमसे अपेक्षा करता है कि विद्यालय की समस्याओं को जनसहयोग से दूर करें, किन्तु ऐसी कार्रवाई के पश्चात हम किसी क्लब, किसी एनजीओ को, किसी राजनीतिक व्यक्ति को आमंत्रित कर विवादों में क्यो पड़ना चाहेंगे?

15 जनवरी को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को देंगे ज्ञापन

बुधवार  15 जनवरी की शाम 5.15 पर प्राचार्य व्याख्याता शिक्षक संगठन के संयुक्त मोर्चा द्वारा मुख्यमंत्री  के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा। ज्ञापन के माध्यम से  निलंबन आदेश वापस लेने की मांग करेंगे और भविष्य में बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के किसी को स्कूल  परिसर में आने नहीं देंगे।

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