खेल के साथ रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, मार्च पास्ट और सूर्य नमस्कार का संगम
🔳 22 वे खेल चेतना मेला का भव्य शुभारंभ
🔳 40 साल में 320 विधानसभाएं घूमा, लेकिन खेल चेतना मेला जैसा आयोजन नहीं देखा : नेता प्रतिपक्ष
हरमुद्दा
रतलाम 19 जनवरी। चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं क्रीड़ा भारती द्वारा आयोजित 22वें खेल चेतना मेला का रविवार को नेहरू स्टेडियम में रंगारंग प्रस्तुतियों के बीच भव्य शुभारंभ हुआ। शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि म.प्र. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस मौके पर कहा कि पिछले 40 सालों से वे राजनीति में है और अविभाजित म.प्र. के 320 ही विधानसभा क्षेत्रों में घुमे है, लेकिन उन्होंने अब तक खेल चेतना मेला जैसा आयोजन कहीं नहीं देखा। खेल मेला के शुभारंभ समारोह में पहली बार रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ मार्चपास्ट, सूर्य नमस्कार और खेलों का संगम दिखाई दिया।
समारोह में सांसद गुमानसिंह डामोर, ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेन्द्रसिंह लुनेरा के साथ फाण्डेशन अध्यक्ष क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं शहर विधायक चेतन्य काश्यप मंचासीन रहे।
निजी रूप से इसे जारी रखना गौरवपूर्ण
नेता प्रतिपक्ष श्री भार्गव ने खेल चेतना मेला के लगातार 22वें आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि निजी रूप से इसे जारी रखना गौरवपूर्ण है। इस आयोजन से हजारों खिलाड़ी और विद्यार्थी जुड़े है। विधायक के रूप में एक-दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में नवाचार देखकर जनप्रतिनिधि भी कुछ सीखते है।
पूरे प्रदेश के लिए मिसाल
उन्होंने कहा कि अपने लिए सभी जीते है, लेकिन जो व्यक्ति समाज के लिए, परमार्थ के लिए, खेल और शिक्षा के लिए जीना बहुत बड़ा काम है। कुपोषण दूर करना भगवान की सबसे बड़ी सेवा है। रतलाम में चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन इस दिशा में भी जो प्रयास कर रहा है, वह पूरे प्रदेश के लिए मिसाल है। सरकार के दम पर यह समस्या खत्म नहीं हो सकती। विधायक श्री काश्यप जैसे जनप्रतिनिधि और समाजसेवी और तैयार हो जाए, तो ऐसी कई समस्याएं खत्म हो जाएगी। श्री भार्गव ने कहा कि 130 करोड़ की आबादी वाला देश जब खेलों में कोई मेडल नहीं ला पाता, तो जो दुख होता है, वह खेल चेतना मेला जैसे आयोजन से ही दूर होगा। इस खेल मेला के माध्यम से खिलाड़ी बच्चे अपनी प्रतिभा को आगे लाकर जब श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे तो यह आयोजन एशियाड और ओलम्पिक में देश की सफलता के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
रंगारंग प्रस्तुतियों की शुरुआत ने पूरे भारत की तस्वीर दिखाई
सांसद श्री डामोर ने इस मौके पर कहा कि खेल चेतना मेला शिक्षा, संस्कृति, धर्म और खेल का अनुठा आयोजन है। इसमें पूरे देश को एक सूत्र में पिरोये जाने का सपना निहित है। रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ इसकी शुरुआत ने पूरे भारत की तस्वीर दिखाई है। समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रमों का अद्भूत मिश्रण दिखाई दिया है। रतलाम में चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन द्वारा कुपोषण समाप्ति के प्रयास काफी सराहनीय है। इन्हें म.प्र. शासन द्वारा पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय रतलाम के लिए गौरवपूर्ण है।
प्रतिभाओं को निखार करें देश में नाम : मकवाना
विधायक श्री मकवाना ने कहा कि श्री काश्यप जैसा विधायक मिलना रतलाम का सौभाग्य है। खेलों के साथ-साथ हर क्षेत्र में विकास के लिए उनके प्रयास सराहनीय है। खेल चेतना मेला के माध्यम से सभी बच्चे अच्छा खेले और अपनी प्रतिभाओं को निखार कर शहर, प्रदेश तथा देश का नाम रोशन करें। भाजपा जिलाध्यक्ष श्री लुनेरा ने इस मौके पर खेल चेतना मेला में शामिल होने वाले सभी खिलाड़ियों को सफलता की शुभकामनाएं दी।
बच्चों की मनमोहक प्रस्तुतियों से छाया उल्लास
22वें खेल चेतना मेला के आरंभ में मार्चपास्ट हुआ। सलामी के साथ ध्वजारोहण कर खेल मेले के उद्घाटन की विधिवत घोषणा की। इसके बाद कृतज्ञा शर्मा द्वारा खिलाड़ियों को शपथ भी दिलाई गई। उद्घाटन समारोह में योग प्रशिक्षक ओमप्रकाश चौरसिया के मार्गदर्शन में सूर्य नमस्कार का प्रदर्शन किया गया। अतिथियों का स्वागत फाउण्डेशन अध्यक्ष व क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष विधायक चेतन्य काश्यप ने किया।
प्रेरक प्रस्तुतियों ने मनमोह
आरंभ में क्रीड़ा भारती के जिलाध्यक्ष डाॅ. गोपाल मजावदिया ने स्वागत भाषण दिया। तत्पश्चात सरस्वती शिशु मंदिर के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी। इसके बाद सन्त नामदेव स्कूल ने स्वच्छ भारत का ईरादा, साई श्री इन्टरनेशनल एकेडमी में अतूल्य भारत, श्री गुरू तेग बहादुर एकेडमी ने बेटर इन्वायरमेन्ट, बेटर टुमारो एवं हिमालया इन्टरनेशनल स्कूल के विद्यार्थियों ने वुमन इन पावरमेंट जैसे विषयों पर प्रेरक प्रस्तुतियां दी। अन्त में जनचेतना परिषद् द्वारा संचालित मुकबधिर विद्यालय के विद्यार्थियों ने सांकेतिक राष्ट्रगान किया। कार्यक्रम का संचालन अब्दुल सलाम खोकर ने किया। आभार खेल चेतना मेला आयोजन समिति के सचिव मुकेश जैन ने माना।
गणमान्यजन थे मौजूद
इस अवसर पर खेल चेतना मेला की प्रणेता नीता काश्यप सहित जनप्रतिनिधिगण, गणमान्यजन एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी खिलाड़ी और उनके अभिभावकगण उपस्थित थे।
शिक्षा की तरह खेल भी हो अनिवार्य : काश्यप
खेल चेतना मेला के शुभारंभ समारोह में फाउण्डेशन अध्यक्ष, क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष एवं विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि हर व्यक्ति के जीवन में जिस प्रकार शिक्षा का महत्व होता है उसी प्रकार शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए खेलों का महत्व है। खेल चेतना मेला इस उद्देश्य से आरंभ किया गया था कि हर बच्चा खेल के मैदान में आए। जिस प्रकार 10वीं तक की शिक्षा सफल जीवन के लिए अनिवार्य मानी जाती है, उसी प्रकार खेल भी जीवन में अनिवार्य होने चाहिए। उन्हें खुशी है कि रतलाम से आरंभ हुआ खेल चेतना मेला आज वृहद् रूप ले चुका है और राष्ट्रीय स्तर पर कई स्थानों पर इसका आयोजन हो रहा है।
आम लोगों का सर्वांगीण विकास जरूरी
श्री काश्यप ने खेल चेतना मेला के शुभारंभ अवसर पर सूर्य नमस्कार, मार्चपास्ट एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरुआत को इस आयोजन का नया सोपान बताया। उन्होंने कहा कि कोई भी शहर सड़क अथवा भवनों से आकार नहीं लेता, उसके लिए आम लोगों का सर्वांगीण विकास जरूरी होता है। चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन के माध्यम से इसी विकास के प्रकल्प चलाए जा रहे है।