राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से विभूषित होंगे नृत्य गुरु उमा शर्मा और जतिन गोस्वामी
🔳 20 फरवरी को खजुराहो में करेंगे सम्मान
हरमुद्दा
भोपाल, 3 फरवरी। मध्यप्रदेश शासन द्वारा शास्त्रीय नृत्य के क्षेत्र में स्थापित राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से कथक नृत्यांगना गुरु उमा शर्मा एवं वरिष्ठ नृत्य गुरु जतिन गोस्वामी को विभूषित किया जाएगा।
यह सम्मान खजुराहो में 20 फरवरी को नृत्य समारोह के शुभारंभ अवसर पर प्रदान किया जाएगा। नृत्य गुरु जतिन गोस्वामी को वर्ष 2017 और उमा शर्मा को वर्ष 2018 के लिए यह सम्मान दिया जाएगा। इस सम्मान के अंतर्गत 2 लाख रुपए की राशि एवं सम्मान पट्टिका प्रदान की जाएगी।
निर्णायक मंडल ने किया चयन
राष्ट्रीय कालीदास सम्मान के लिये नृत्य गुरू उमा शर्मा और जतिन गोस्वामी का चयन निर्णायक मंडल द्वारा किया गया। निर्णायक मंडल में कटक की सुश्री मीरा दास, दिल्ली की सुश्री गीता चंद्रन, श्री राजा रेड्डी और सुश्री शशि प्रभा तिवारी तथा मुम्बई की सुश्री संध्या पुरेचा शामिल थीं।
दुर्लभ नृत्य परम्परा संरक्षित करने में योगदान
गुरु जतिन गोस्वामी प्रतिष्ठित वरिष्ठ नर्तक एवं कोरियोग्राफर हैं। इन्होंने नृत्य की शिक्षा अपने पिता और वरिष्ठ गुरुओं से प्राप्त की। छोटी-सी उम्र से ही इनको नृत्य के प्रति लगाव था। इन्होंने उत्तर-पूर्व के शास्त्रीय नृत्य को देशव्यापी प्रतिष्ठा प्रदान की। इनका स्थान एक दुर्लभ नृत्य परम्परा संरक्षित करने में योगदान की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
उमाजी को मिला है पद्मश्री एवं पद्मभूषण सम्मान
गुरु उमा शर्मा प्रतिष्ठित कथक नृत्य गुरु हैं। इन्होंने जयपुर घराने की कथक परम्परा के बाद शंभु महाराज एवं बिरजू महराज का भी मार्गदर्शन प्राप्त किया। उमा जी पद्मश्री एवं पद्मभूषण जैसे सम्मान से अलंकृत कथक नृत्यांगना हैं।