सांस्कृतिक प्रस्तुति में दिया समाज सुधार का संदेश
🔳 इसरथुनी हाई स्कूल में वार्षिक उत्सव
🔳 विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत
हरमुद्दा
रतलाम, 3 फरवरी। शासकीय हाई स्कूल इसरथुनी में आयोजित वार्षिकोत्सव में विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक आयोजन की प्रस्तुति में समाज सुधार का संदेश दिया। विद्यार्थियों ने उत्साह और उमंग के साथ नृत्यों की प्रस्तुति देकर खूब वाह वाही लूटी। अतिथियों से पुरस्कार प्राप्त कर विद्यार्थियों के चेहरे खिल उठे।
शासकीय हाई स्कूल इसरथुनी में वार्षिकोत्सव पुरस्कार वितरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम सुश्री किरण सुरोलिया सेवानिवृत प्राचार्य के मुख्य आतिथ्य में एवं प्राचार्य अनिता दासानी की अध्यक्षता में हुआ। अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पूजन अर्चन किया। सरस्वती वंदना नृत्य ” माँ सरस्वती शारदे “कु जया खारोल द्वारा प्रस्तुत की गई। अतिथि सुरोलिया का प्राचार्य दासानी ने शाल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। स्वागत भाषण प्राचार्य दासानी ने दिया। स्वागत नृत्य कु ज्योति मदनलाल द्वारा प्रस्तुत किया गया। संचालन शालिनी सोलंकी ने किया। आभार कु जयश्री ने माना।
विजेताओं को किया पुरस्कृत
अतिथि ने समस्त प्रतियोगिताओं के अतिरिक्त कक्षा नवीं में प्रथम स्थान पाने वाली छात्रा कु जया खारोल, द्वितीय बंशीलाल खराड़ी, तृतीय रहे ज्योति जगदीश को तथा 10वी बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान पाने वाले सूराजदास बैरागी 77.6% , द्वितीय विशाल डोडियार 77% एवं तृतीय रही कु जयमाला बारोट 76% को भी पुरस्कृत किया गया।। साथ ही सर्वाधिक उपस्थिति वाले छात्र अंकेश मईड़ा, निर्मल रामचंद्र, सर्वाधिक अनुशासित छात्र कमलेश नागर, सर्वश्रेष्ठ कार्यकर्ता सोहनलाल देवड़ा को भी पुरस्कृत किया गया।
शैक्षणिक भ्रमण के वर्णन एवं अपने अनुभव विषय पर निबंध प्रतियोगिता में कमलेश नागर प्रथम, कुलदीप धाकड़ द्वितीय, कविता देवड़ा तृतीय को भी पुरस्कार से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त कबड्डी,खो खो,100 मी दौड़ आती खेलों में भी विजेता एवं उप विजेता रही टीमों को पुरस्कार दिए गए।
सांकृतिक कार्यक्रमों ने मनमोहा
कविता कटारा, कविता देवड़ा ग्रुप द्वारा प्रस्तुत लधु नायिका” नशा बिगाड़े दशा” में पिता द्वारा नशा किए जाने पर बच्चों और पत्नी की दशा कैसे बिगड़ती है, इसका बड़ा ही मार्मिक चित्रण किया गया। मर्दानी एंथम गीत पर दुर्गा एवं सपना के ग्रुप द्वारा कराटे के दांव प्रस्तुत किए गए जिसने दर्शक दीर्घा में बैठे समस्त जनो को जोश से भर दिया। कमलेश धाकड़,दीपक धाकड़,एवं विनोद द्वारा प्रस्तुत नृत्य इंडिया वाले और सुनो गौर से दुनियां वालों,, सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी प्रस्तुत कर पूरा माहौल देश भक्ति से ओत प्रोत हो गया। इसके अलावा श्यामा तंवर एवं ज्योति द्वारा प्रस्तुत “टूटे बाजूबंद” और नीलम, निशा द्वारा प्रस्तुत “बम बम बोले” ने भी खूब दाद बटोरी। अंत मे बालसभा के विजेता सदन “सुंदरम सदन” एवं उपविजेता रहे “शिवम सदन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने वाले समस्त बालक-बालिकाओं को भी पुरस्कृत किया गया।
अपनी रक्षाकर प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़े
बालक-बालिका पढ़ाई के साथ साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। बालिकाएं बदलते युग के साथ दूसरों पर निर्भर रहने के बजाय अपनी रक्षा स्वयं करें और प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़े।
🔳 सुश्री किरण सुरोलिया