कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरी सतर्कता बरतें : कलेक्टर
हरमुद्दा
शाजापुर, 03 मार्च। नोवेल कोरोना वायरस के संबंध में सर्तकता बरतने और जागरूकता फैलाने के लिए कलेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रकाश विष्णु फुलम्ब्रीकर को दिए।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव सुधिरंजन मोहंती द्वारा वीडियो कांफ्रेंस लेकर जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए गए हैं।
सघन जांच की रखें व्यवस्था
कलेक्टर डॉ. रावत ने कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में सतर्कता बरते और कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सघन जांच की व्यवस्था रखें। जिले में बाहर से आने वाले मरीज़ों की जांच आवश्यक है। इसके बचाव एवं इसके लक्षणों की जानकारी आमजन को विभिन्न माध्यमों से दी जाए। उन्हांने कहा कि संदिग्ध मरीज मिलने पर उसके परिवार के सदस्यों को भी सावधान करें।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ. फुलंब्रीकर, सिविल सर्जन डॉ. शुभम गुप्ता, डॉ. एस. खण्डेलवाल भी मौजूद थे।
नियंत्रण व रोकने के उपाय
जल्दी रोग की पहचान व संक्रमण के स्रोत का नियंत्रण करें। स्वास्थ्यकर्मी रोग की जानकारी रखे, जिससे संभावित मरीज की जल्दी पहचान हो सके। जांच को लिए प्रश्नावली तैयार करें। रोग के लक्षणों व रोकने के उपायों का प्रचार- प्रसार करें। खांसते, छीकते समय मुंह या रूमाल कपड़ा आदि लगाये या कोहनी से नाक मुह को ढके। संभावित ऐनसीओवी मरीज को अन्य मरीजों से अलग आइसोलेशन वार्ड में रखें। संभावित ऐनसीओवी के मरीज को मास्क पहनने की सलाह दे। मरीज के सम्पर्क में आने से पहले व बाद में हाथ धोएं।
कोरोना वायरस के मरीज ये सावधानियां बरतें
संभावित मरीज में परिवार के सदस्यों, मिलने – जुलने वाले लोगों तथा देखभाल करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को मास्क पहने व बार – बार हाथ धोएं। मरीज को अलग एक स्वच्छ हवादार आइसोलेट कमरे में रखें, यदि यह संभव न हो तो सभी संभावित एक ही प्रकार के लक्षणों वाले मरीजों को एक ही कमरे में रखें। दो मरीजों में पलंग के बीच की दूरी का अंतर कम से कम 1 मीटर होना चाहिए। जहां तक संभव हो स्वास्थ्य कर्मियों का एक प्रथक से समूह बनाकर उन्हीं से संभावित मरीजों की देखभाल कराएं। साफ लम्बे बाँह वाले गीले न होने वाले गाउन व दस्ताने का इस्तेमाल करें। निरंतर हाथ को आंख, नाक व मुँह पर न लगायें। मरीज को अनावश्यक घूमने फिरने न दें।