महिलाओं की काव्य गोष्ठी में नारी उत्थान की उठी बात
🔲 पर्यावरण बचाने और कंडो की होली जलाने का दिया संदेश, लिया संकल्प
हरमुद्दा
सागर, 7 मार्च। हिन्दी लेखिका संघ सागर इकाई की काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कविताओं के माध्यम से नारी उत्थान की बात उठी। इस दौरान पर्यावरण बचाने और गुंडों की होली जलाने का संदेश दिया और लिया गया।
साहित्यकार डॉ.नम्रता फुसकेले के निवास पर काव्य गोष्ठी साहित्यकार डॉ. शरद सिंह के मुख्य आतिथ्य एवं डॉ. वर्षा सिंह के विशिष्ट आतिथ्य में हुई। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता सुनीला सराफ ने की।
रचनाओं में हुई नारी प्रोत्साहन की बातें
काव्य गोष्ठी में निधी यादव, डॉ. वंदना गुप्ता, राजश्री दवे, स्मिता गोडबोले, ऊषा वर्मन, ज्योति झुड़ेले, विनीता केशरवानी, जयंती सिंह, ज्योति विश्वकर्मा, नंदनी चौधरी, डॉ. चंचला दवे, पुष्पलता पाण्डे, देवकी नायक, कंचन केशरवानी, ज्योति तिवारी, शशि दीक्षित, डॉ. शरद सिंह, डॉ.वर्षा सिंह, सुनीला सराफ, नम्रता फुसकेले ने काव्य पाठ किया। काव्य गोष्ठी में उपस्थित रचनाकारों नारी के उत्थान को प्रोत्साहित करती हुई कविताएं एवं विचार व्यक्त किए। होली पर पर्यावरण बचाने एवं सभी महिलाओं ने कंडों की होली जलाने का संदेश दिया। वहीं कंडों की होली जलाने की संकल्प लिया। संचालन क्लीम राय ने किया। आभार डॉ. नम्रता फुसकेले ने माना।