धरने पर बैठे दिग्विजय सिंह को पुलिस ने किया गिरफ्तार
🔲 फ्लोर टेस्ट को लेकर सब की नजर अब सुप्रीम कोर्ट पर
🔲 तबादलों और नियुक्तियों की फाइलें रोकी राज्यपाल ने
हरमुद्दा
बुधवार, 18 मार्च। देशभर में चर्चित मध्य प्रदेश की सियासी घमासान घमासान जारी है। इसी कड़ी में बुधवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बेंगलुरु में विधायकों से मिलने की कोशिश की। जब उन्हें नहीं मिलने दिया गया तो धरने पर बैठ गए। नतीजतन पुलिस ने श्री सिंह के साथ अन्य कांग्रेसी नेताओं को भी गिरफ्तार कर लिया। आज। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई होना है और सब की नजर टिकी हुई है वहीं राज्यपाल ने। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किए गए तबादलों और नियुक्तियों की फाइलों को राज्यपाल ने रोक दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस से खफा विधायक बेंगलुरु में हैं और वे कांग्रेस से कोई संबंध रखना नहीं चाहते हैं। बावजूद इसके कांग्रेस नेता दिग्विजयसिंह बेंगलरु में मौजूद विधायकों से मिलने पहुंचे और जब उन्हें मिलने नहीं दिया गया तो होटल के बाहर धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया और पास के थाने में लेकर पहुंची।
फ्लोर टेस्ट को लेकर सुनवाई आज
मध्य प्रदेश विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर आज 10:30 बजे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। कोर्ट इस मामले में कमलनाथ सरकार, विधानसभा अध्यक्ष और सचिव को नोटिस देकर जवाब मांगा है। सभी की निगाहें इसी तरफ है कि आज मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्या पक्ष रखा जाता है और इसके बाद फ्लोर टेस्ट को लेकर क्या निर्णय लिया जाता है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है कि उन्हें बेंगलुरु में भाजपा सरकार की ओर से बंदी बनाकर रखे गए विधायकों से संपर्क करने दिया जाए, इस याचिका पर भी आज सुनवाई होना है।
विधायक पर जताई कांग्रेस सरकार ने चिंता
विधानसभा अध्यक्ष ने बेंगलुरु में मौजूद विधायकों की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए राज्यपाल लालजी टंडन को पत्र लिखा है।
नियुक्ति और तबादले की फाइलें रोकी राज्यपाल ने
राज्यपाल ने कमलनाथ सरकार द्वारा किए जा रहे नियुक्तिों और तबादलों की फाइल रोक दी है। भाजपा द्वारा इस मामले में राज्यपाल को ज्ञापन सौपकर कहा गया था कि सरकार अल्पमत में हैं, ऐसे में यह नियुक्तियां अवैध हैं।