प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. वाधवानी का निधन, दुख की घड़ी में भी जनहित के लिए जागरूकता, मोबाईल पर ही दें सांत्वना
हरमुद्दा
रतलाम, 21 मार्च। शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. एन एस वाधवानी का आकस्मिक निधन हार्टअटैक के कारण शुक्रवार देर रात्रि को निधन हो गया। शनिवार को सुबह भक्तन की बावड़ी पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव के चलते पुत्र डॉ. निलेश वाधवानी ने सभी से आह्वान किया कि वे अपनी सांत्वना मोबाइल पर ही दें।
परिजन ने बताया कि शुक्रवार को देर रात्रि उनको हार्ट अटैक आया, उनके विक्रमनगर ऑफिसर्स कॉलोनी से उन्हें तुरंत शास्त्रीनगर स्थित हॉस्पिटल लाया गया परन्तु उन्हें बचाया नहीं जा सका। यह खबर सुनकर उनके इष्टमित्रों एवं शुभचिंतको सहित समाज में शोक की लहर व्याप्त हो गई । डॉ. वाधवानी रतलाम हॉस्पिटल शास्त्रीनगर के डायरेक्टर डॉ. नीलेश वाधवानी के पिताजी थे।
कुछेक की उपस्थिति में किया अंतिम संस्कार
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एवं भारत में भी कोरोना वायरस भीड़ के कारण तेजी से फेल रहा हैं। भीड़ के कारण रतलाम में भी ऐसी कुछ अनहोनी ना घटित हो जिसके चलते परिवारजनों ने उनका अंतिम संस्कार कुछ की उपस्थिति में ही करने का निर्णय लिया। इसी कारण से डॉ. वाधवानी का अंतिम संस्कार उनके परिवार द्वारा कुछेक परिजनों की उपस्थिति में भक्तन की बावड़ी मुक्तिधाम पर शनिवार प्रातः 9.30 बजे कर दिया गया। परिवारजन द्वारा अपील की गई हैं कि इस वैश्विक आपदा (Covid 19) की घड़ी में आप अपनी-अपनी जगह से ही दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना करें।
दुख की घड़ी में भी जनहित की चिंता
दुख की घड़ी में भी पुत्र डॉ. वाधवानी में कहा कि हम सभी की जवाबदारी हैं कि इस वाईरस को लेकर पूर्ण सावधानी बरतें। जिससे हम सब रतलामवासियों व मानव जाति पर इसका प्रभाव ना पड़े, इसी के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया हैं। विशेष रूप से महिलाएं भी अपनी-अपनी जगह से ही प्रार्थना करें। किसी भी प्रकार की कोई शोक बैठक या पगड़ी रस्म/उठावना नहीं होगा। सम्पूर्ण धार्मिक क्रियाओँ में सिर्फ परिवार ही उपस्थित रहेगा। कृपया यह आवश्यक रूप से सभी ध्यान रखें। आप अपनी संवेदनाएं डॉ. वाधवानी के मोबाईल 9425103957 पर दे सकते हैं।