कलेक्टर एसपी में समन्वय का अभाव, क्या खुला रहेगा, क्या बंद? पुलिस प्रशासन को नहीं पता

🔲 पुलिस ने बना रखी दंगाई कर्फ्यू जैसी स्थित

हरमुद्दा
रतलाम, 23 मार्च। अंतरराष्ट्रीय स्तर की समस्या कोरोनावायरस के चलते रविवार को हुए जनता कर्फ्यू के बाद कलेक्टर रुचिका चौहान ने 25 मार्च रात 12:00 बजे तक रतलाम को लॉक डाउन किया है। शहर वासी पूरे समन्वय और तालमेल से कार्य कर रहे हैं वही कलेक्टर और एसपी में समन्वय का अभाव नजर आ रहा है। पुलिस प्रशासन ने लॉक डाउन में दंगाई कर्फ्यू जैसी स्थिति निर्मित करती है।

उल्लेखनीय है कि रविवार की रात को जिला प्रशासन ने रतलाम जिले की सीमाएं सील करते हुए 25 मार्च रात 12 बजे तक के लिए रतलाम को लॉक डाउन कर दिया है। पुलिस प्रशासन आयुर्वेद की दवाई दुकानें भी बंद करवाने पर आमादा है। जबकि मेडिकल स्टोर 24 घंटे खुले रखने की परमिशन है। पुलिस प्रशासन ने दवाई दुकानदारों पर दंगाई कर्फ्यू जैसी स्थिति निर्मित कर दी है।

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शायद कलेक्टर का आदेश नहीं पढ़ा एस पी ने

कलेक्टर ने आदेश जारी कर बताया है कि अत्यावश्यक सेवा वाले विभाग तथा राजस्व, स्वास्थ्य के अलावा पुलिस, विद्युत, दूरसंचार नगरपालिका पेयजल पंचायत आदि से लॉक डाउन से मुक्त रहेंगे। मेडिकल दुकान, हॉस्पिटल, सब्जी किराना दुकान, दूध की दुकान, सांची पार्लर, पेट्रोल पंप एवं सभी बैंकों के एटीएम से कैश पूर्ति की सेवा रहेगी। शेष समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। इमरजेंसी ड्यूटी वाले शासकीय कर्मचारियों को केवल छूट मिलेगी।

इनको मिला का एसडीएम द्वारा प्रवेश पत्र

मास्क, सैनिटाइजर, दवाई आवश्यक वस्तुओं का परिवहन करने वाले वाहनों को प्रवेश मिलेगा। दवाइयों तथा आवश्यक वस्तुओं आदि उत्पादन करने वाले उद्योगों एवं उनके काम करने वाले कर्मचारियों को एसडीएम कार्यालय से अनुमति प्राप्त कर प्रतिबंध से मुक्त रह पाएंगे।

डंडे के बल पर दबाव

आयुर्वेद की दुकान खोलने पर पुलिस प्रशासन डंडे के बल पर आयुर्वेद की दुकानें बंद करवाने के लिए दबाव बना रहा है। जबकि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक औषधि गिलोय तुलसी की जरूरत आमजन को होती है। ऐसे में यह दवाई आयुर्वेद की दुकान पर ही मिलती है। किसी मेडिकल स्टोर पर नहीं। आमजन अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय तुलसी ही लेते हैं जब उन्हें यह नहीं मिलेगी तो वह कैसे? कोरोना वायरस का मुकाबला करेंगे। यह विचरणीय और चिंतनीय बात है।

🔲 डॉ. रत्नदीप निगम, आयुर्वेदाचार्य

नहीं है प्रतिबंध, जरूरी सहयोगात्मक रवैया

आयुर्वेद की दुकानें खुली रह सकती और मरीज का परीक्षण भी कर सकते हैं। इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन समय को देखते होगे सहयोगात्मक रवैया भी अपनाना होगा।

🔲 रुचिका चौहान, कलेक्टर

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