शासन की सख्ती से सहमें शहरवासी, सड़कें हुई सुनसान, घर में रहे आमजन

🔲 दीनदयाल में लगवाई उठक बैठक और दौड़

🔲 कोरोना के मिले चार संदिग्ध मरीज।

हरमुद्दा
रतलाम,24 मार्च। मंगलवार को पुलिस प्रशासन की सख्ती के बाद शहरवासी सहमे हुए नजर आए। सड़कें सुनसान रही। आमजन घरों में रहे। जो बिना वजह सड़क पर नजर आए। उन से पुलिसिया कार्रवाई के तहत उठक बैठक और दौड़ लगवाई। वहीं कोरोना के चार संदिग्ध पाए जाने की खबर है।

IMG_20200324_185735

सोमवार को लाक डाउन को लोगों द्वारा गंभीरता से नहीं लिए जाने के चलते अब प्रशासन ने इसे सख्ती से लागू करवाना शुरू कर दिया है। प्रशासन की सख्ती के चलते मंगलवार को शहर की सड़कें सुनसान रही। पुलिस द्वारा शहर के प्रत्येक चौराहे पर बैरिकेटिंग लगाए। चौराहों से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूछताछ की जा रही थी और बिना कारण के घूमने वालों के वाहन जब्त किए गए। सड़कों पर केवल प्रशासन पुलिस और मीडीया के लोग और उनके वाहन ही चल रहे थे।

 🔲 असर की एक नजर

सुभाष नगर क्षेत्र जहां सोमवार को भीड़-भाड़ थी, मंगलवार को सड़के सुनसान रही।

IMG_20200324_185842

 

जप्त किया वाहन लोगों की लगी भीड़ थाने पर

दोपहर बाद स्टेशन रोड पुलिस थाने के बाहर करीब एक दर्जन लोगों का जमावडा लगा हुआ था। ये सब वो लोग थे, जिनके वाहन पुलिस ने जब्त कर लिए थे। इनमें से कुछ तो ऐसे थे जो बेहद जरूरी और उचित कारण से बाहर निकले थे, फिर भी पुलिस की सख्ती का शिकार बन गए।

नहीं हुई कोई सुनवाई

ग्राम ढिकवां निवासी विजय भूरिया की भाभी जीवांश अस्पताल में भर्ती है। वह अपनी भाभी के पास रुपए पहुंचाने ढिकवां से रतलाम आया था। रतलाम शहर में प्रवेश पर तो उसे नहीं रोका गया, लेकिन शहर के भीतर आने पर पकड़ लिया। उसने पुलिसकर्मियों को बताया कि वह अस्पताल के काम से आया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

लगवाई उठक बैठक

दीनदयाल नगर में दोपहिया वाहन चालक बिना किसी कारण के नजर आने पर पुलिस वालों की सख्त कार्रवाई का शिकार हुआ। पहले तो उठक बैठक और फिर दौड़ भी लगवाई। उल्लेखनीय है कि दीनदयाल नगर में लोग मनमानी ज्यादा कर रहे हैं। सड़कों पर चाय की चुस्कियां ले रहे हैं।

ऐसा भी हुआ

नीमच की एक निजी फर्म में कार्यरत रतलाम निवासी यश कटारिया नीमच से रतलाम पंहुचा था। लाकडाउन के बाद नीमच में रहने खाने की समस्या थी। नतीजतन वह अपने दोपहिया वाहन से रतलाम पंहुचा था। रतलाम प्रवेश पर उसे किसी ने नहीं रोका, लेकिन शहर में आने के बाद उसे पकड़ लिया। उसका वाहन जब्त कर उसे अस्पताल में चैकअप कराने के लिए कहा गया। वह पैदल अस्पताल पहुंचा। जांच में उसे पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। वह फिर से पैदल थाने पर लौटा, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। एक अन्य व्यक्ति का एक चौराहे पर एक हजार रु. का चालान बना दिया गया। अगले ही चौराहे पर उसे फिर रोका गया। उसने चालान की रसीद भी दिखाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसका वाहन भी जब्त कर लिया गया। शहर में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं।

चार संदिग्धों के सैम्पल लिए

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार अब तक चार कोरोना संदिग्ध पाए गए हैं। इन सभी के सैम्पल ले लिए गए हैं और इन्हे जांच के लिए इन्दौर भेजा जा रहा है। इसकी रिपोर्ट दो दिनों के भीतर मिलने की उम्मीद है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *