प्रचंड सूर्य ही करेगा कोरोना का नाश
प्रचंड सूर्य ही करेगा कोरोना का नाश
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प्रसिद्ध भौतिकशास्त्री और विचारक प्रो. एस.के.
जोशी ने कल दूरभाष पर बताया कि जैसे-जैसे
तापमान तीव्र से तीव्रतर होगा, यह आदमखोर
वायरस पूरी तरह नष्ट हो जाएगा। यह बात उन्होंने
हवा में नहीं कही, अपितु वैज्ञानिक स्थापनाओं के
आधार पर कही है। इसलिए अविश्वास का कोई
कारण नहीं बनता।
इस साल चैत्र पूरा बीत गया, सूर्य ने अपने तेवर नहीं दिखाए ऐसा प्रतीत होता
रहा, जैसे सूर्य की प्रखर रश्मियों को अंतरिक्ष में ही रोक लिया गया है, लेकिन अब ऐसा नहीं है।
वैशाख आ रहा है और सूर्य भी तपने लगा है।
सबसे प्राचीन ऋषियों में से एक अगस्त्य ऋषि ने ऋग्वेद में एक पूरा सूक्त विषाणुओं से मानव जाति की रक्षा के लिए कहा है।
इस सूक्त की पाँच ऋचाएँ इसी स्थापना के लिए हैं कि पूर्व दिशा में उदित होने वाला सूर्य अदृश्य विषाणुओं का विनाश करने में समर्थ है। सूर्य विष के प्रभाव को अपनी किरणों से खींच लेता है और विषाणुओं को नष्ट कर डालता है। ऋषि अगस्त्य कहते हैं कि ये विषाणु विश्व को देख सकते हैं, किंतु हम इन्हें खुली आँख से नहीं देख पाते, सूर्य अपनी सूक्ष्म दृष्टि से इन छिप कर रहने वाले विषाणुओं को देखते ही नष्ट कर डालता
है-
“उत्पुरस्तात्सूर्य एति विश्वदृष्टो अदृष्टहा। अदृष्टान्त्सर्वाञ्जम्भयन्त्सर्वाश्च यातुधान्यः।।”
एक जगह कहा गया है- ‘त्रि:सप्त विष्पुलिंगका विष-
स्य पुष्पमक्षन्’ विषाणुओं को खा जाने वाली इक्कीस प्रकार की चींटियाँ तीव्र गर्मी में निकल आती हैं, और मनुष्य को विषाणुओं से बचा लेती हैं। तेज गर्मी में
निकलने वाली चींटियाँ तक मनुष्य के बचाव में उतर
जाती हैं,यह वैदिक संदेश पढ कर ही मन भर आया।
इस वैदिक सूक्त में आई हुई एक पंक्ति पर से ध्यान हटता ही नहीं । यह पंक्ति है-
” सो चिन्नू न मराति नो वयं मरामारे अस्य योजनं हरिष्ठा मधु त्वा मधुला चकार”।
अर्थात् वह सूर्य विष को अपने भीतर खींच लेता है , पर वह स्वयं नहीं मरता और न हम मनुष्यों को मरने देता है। सूर्य के प्रभाव से ये विषाणु हमसे कई योजन दूर चले जाते हैं। विषाणुओं का संहार करने वाला यह सूर्य ही है। इतना ही नहीं, सूर्य की किरणों में विष को “अमृत मधु” में बदल देने की शक्ति है।
इस कठिन समय में सूर्य ही साक्षात् ब्रह्म है, साक्षात्
रक्षा- कवच है। पूर्व दिशा में उदित होने वाले सूर्य पर
ध्यान केन्द्रित कीजिए। सुबह उठ कर सूर्य को अर्घ्य
दीजिए। प्रचंड सूर्य ही कोरोना वायरस का नाश करेगा।