जिला एवं जनपद पंचायत अध्यक्षों के कार्यकाल में होगी बढोत्तरी : मुख्यमंत्री
🔲 मुख्यमंत्री की पंचायतों के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा
हरमुद्दा
भोपाल , 17 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के दौर में जनप्रतिनिधियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। जनप्रतिनिधियों का जनता से जुड़ाव रहता है। उनकी बात आमजन सुनते भी हैं। इसी के मद्देनजर प्रदेश की जिला एवं जनपद पंचायत के अध्यक्षों के कार्यकाल में वृद्धि की जाएगी। यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने लिया है।
जिला एवं जनपद अध्यक्षों के प्रतिनिधि मंडल से मुख्यमंत्री निवास पर चर्चा के दौरान बताया कि पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल में वृद्धि आगामी चुनाव होने तक के लिए होगी।
जनता और प्रशासन के बीच में महत्वपूर्ण कड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये प्रतिनिधि प्रशासन और जनता के बीच एक अहम महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण उत्पन्न वर्तमान परिस्थितियों में चुनाव कराना संभव नहीं है। संकट की इस घड़ी में ग्रामीण प्रतिनिधियों के उत्तरदायित्व को देखते हुए उनके कार्यकाल को बढ़ाया जाना आवश्यक है। इससे वे जनता और प्रशासन के बीच समन्वय बनाकर स्वतंत्र मन से कार्य कर सकेंगे।
जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण वर्तमान दौर में
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में जनता की मदद करनी हो या फिर जनता को जागरूक करने का काम हो, ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
20 अप्रैल के बाद कुछ लिए जाएंगे निर्णय
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 20 अप्रैल के बाद भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप कुछ पाबंदियाँ शिथिल की जाएंगी। ऐसे क्षेत्र, जो हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट की परिधि में नहीं आते, वहाँ मजदूरों को रोजगार देने वाले मनरेगा जैसे काम और अन्य छोटे-छोटे निर्माण कार्य शुरू हो सकेंगे। इससे अर्थ-व्यवस्था को भी गति मिलेगी। श्री चौहान ने कहा कि इन सभी कार्यों को गतिमान करने में हमारे जनप्रतिनिधियों की महती भूमिका होगी। जनप्रतिनिधि प्रदेश को कोरोना संकट से बाहर निकलने में भी मदद कर सकेंगे।
चर्चा में यह थे शामिल
चर्चा में विधायक रहली गोपाल भार्गव, जिला पंचायत अध्यक्ष विदिशा तोरण सिंह दांगी, जिला पंचायत अध्यक्ष रायसेन डॉ. अनिता जयप्रकाश किरार, जिला पंचायत अध्यक्ष पन्ना रविराजसिंह यादव और जनपद अध्यक्ष रहली संजय दुबे उपस्थित थे।