संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेते हुए मुस्तैदी और दमदारी के साथ जुटे हैं डॉक्टर योगेश नीखरा
हरमुद्दा
रतलाम 20 अप्रैल। कोरोना वायरस के संकट के इस दौर में जिला चिकित्सालय रतलाम के डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, लैब टेक्नीशियन से लेकर वार्ड बॉय तक कोरोना वायरस योद्धा साबित हो रहे हैं। इन्हीं योद्धाओं में से एक है डॉक्टर योगेश नीखरा जो 24 घंटे कोरोना योद्धा के रूप में मुस्तैदी और दमदारी के साथ अपनी सेवाएं जिला चिकित्सालय में दे रहे हैं।
डॉ. योगेश निखरा जिला चिकित्सालय में अस्थि रोग विशेषज्ञ तथा जिला क्षय अधिकारी के रूप में पदस्थ हैं परंतु वर्तमान कोरोना वायरस समय में वह सर्दी, खांसी, बुखार पर मुस्तैदी और पूरे समर्पण के साथ अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। वह रोजाना कई मरीजों का उपचार कर रहे हैं। कोरोना के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग करते हैं, आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन वाले मरीजों को उचित स्थान पर भिजवाने के लिए कार्रवाई करते हैं।
कार्य की तल्लीनता के चलते भोजन तक नहीं कर पाते
संदिग्ध मरीजों के सैंपल कलेक्शन भी लेते हैं। जिला चिकित्सालय के लगातार कार्यों के बीच उनके पास कई बार भोजन करने का भी समय नहीं होता है। कई दिन तो एक समय ही भोजन कर पाते हैं परंतु सेवा का जज्बा बेमिसाल है। डॉक्टर निखरा का कहना है कि जब तक सभी सौपे गये काम पूरे नहीं कर लेता हूं तब तक चैन नहीं मिलता है। वह जिला चिकित्सालय में पूरे सुरक्षा उपायों के साथ अपने कर्तव्य को निष्ठा से पूरा कर रहे हैं। पीपीई किट पहनकर अन्य सावधानियों के साथ वे सेवा कार्य कर रहे हैं।