माह-ए- रमजान का नजर आया चांद, 25 अप्रैल से रोजा शुरू

🔲 मस्जिद में रहेंगे केवल इमाम साहब और मोअज्जन

🔲 प्रशासन का करें भरपूर सहयोग

हरमुदा
रतलाम, 24 अप्रैल। शुक्रवार की शाम को माहे रमजान का चांद नजर आते ही मुस्लिम समाज में खुशी छा गई शनिवार से रोजा शुरू होगा। कोरोना वायरस के लॉक डाउन के चलते समाजजन अपने घरों पर ही इबादत करेंगे और पांच वक्त की नमाज पढ़ेंगे। सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे। पहली बार ऐसा हुआ है कि रमजान का चांद नजर आने के बाद भी कोई रौनक नहीं है।

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शहर काजी सैयद अहमद अली ने हरमुदा से चर्चा बताया कि कोरोना वायरस से देश व देशवासियों को बचाने के लिए किए गए लॉकडाउन में ही माहे रमजान शुरू हुआ है। इस वायरस से बचने को लॉकडाउन का पालन व शारीरिक दूरी महत्वपूर्ण बताई गई है। देश के एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते इस संकट की घड़ी में सहयोग करना सबका फर्ज है। कुरआन-ए-पाक में वतन से मोहब्बत का हुक्म है। हमारे नबी ने भी वतन, इंसान व इंसानीयत से मोहब्बत का पैगाम दिया है। संकट की इस घड़ी में भी देशहित सबसे बड़ी प्राथमिकता है। प्रशासन जो अपेक्षा हमसे कर रहा है, उस पर हम खरे उतरें।

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तकरीबन 14 घंटे का रहेगा रोजा

श्री काजी ने बताया कि तकरीबन 14 घंटे का रोजा रहेगा। सेहरी का समय सुबह 4:30 बजे के लगभग रहेगा, वही अफ्तारी का समय शाम 6:58 बजे का रहेगा। शहर की मस्जिदों में प्रशासन द्वारा तय दो व्यक्ति इमाम साहब और मोअज्जन मौजूद रहेंगे।

समाजजनों से आह्वान

तमाम मुसलमानों से श्री काजी ने आह्वान किया है कि सामूहिक तरावीह अदा नहीं करें। घर पर ही परिवार के सदस्य भी दूर दूर रहकर पांच समय की नमाज पढ़े।तरावीह पढ़ें। उसी तरह सामूहिक इफ्तार से बचें। बाजार में भी खरीदारी करने जाएं तो शारीरिक दूरी का पालन करें। घर पर ज्यादा से ज्यादा अल्लाह की इबादत करें और इस आफत से निजात की दुआ करें। गरीब-मजबूरों की मदद करें।