ज़िलों में संक्रमण न फैले इसके लिए सभी प्रयास करें कलेक्टर : मुख्यमंत्री
🔲 इलाज के लिए हो उत्कृष्ट व्यवस्था
🔲 मुख्यमंत्री ने वीसी के माध्यम से कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं पर की समीक्षा
हरमुद्दा
भोपाल/ रतलाम, 30 अप्रैल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ज़िलों में संक्रमण न फैले इसके लिए कलेक्टर सभी प्रयास करें। कई जिलों में कलेक्टर ने बहुत अच्छा कार्य किया है तथा संक्रमण को रोक दिया है। अन्य स्थानों पर भी इसी तरह का कार्य किया जाए। लॉक डाउन का सख्ती से पालन करें। मरीजों के इलाज की उत्कृष्ट व्यवस्था हो। सभी ज़िलों में अस्पताल में आई सी यू हों, जिससे मरीजों को अन्यत्र रैफर न करना पड़े।
मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में प्रदेश के सभी कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
यह थे मौजूद
बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, एसीएस हेल्थ मोहम्मद सुलेमान, एसीएस जीएडी के के सिंह, प्रमुख सचिव संजय शुक्ला आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर रतलाम एनआईसी कक्ष में कलेक्टर रुचिका चौहान पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी आदि उपस्थित थे
संक्रमित क्षेत्र पूरी तरह सील रहे
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी संक्रमित क्षेत्र पूरी तरह से सील रहे। यह सुनिश्चित किया जाए तथा उनके अंदर हो रही गतिविधियों पर नजर रखी जाए। यह भी देखा जाए कि संक्रमित क्षेत्र का आकार अनावश्यक रूप से बड़ा तो नहीं है। यदि ऐसा है तो उसे पुनः निर्धारित किया जाए।
जिन क्षेत्रों में अब कोई भी संक्रमित मरीज नहीं है उन्हें संक्रमण मुक्त किए जाने के संबंध में जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाए।
3 मई के बाद की स्थिति के संबंध में रिपोर्ट दें 1 मई तक
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कलेक्टर अपने जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट समूह की बैठक कर जिले की परिस्थितियों के अनुसार यह देखें कि वहां 3 मई के बाद लॉक डाउन की क्या स्थिति रहनी चाहिए तथा उसके अनुसार रिपोर्ट 1 मई तक प्रस्तुत करे।
बिना स्क्रीनिंग के न आएं मजदूर
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि उनके जिलों में कोई भी मजदूर बिना स्क्रीनिंग के ना अन्यत्र जाए और दूसरे स्थान से उनके जिलों में आने वाले मजदूर की स्क्रीनिंग आवश्यक रूप से कर ली जाए।
निर्माण कार्य, मनरेगा के कार्य कराएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि संक्रमण मुक्त जिलों में वहां की परिस्थितियों के अनुरूप गाइडलाइन के अनुसार निर्माण कार्य तथा मनरेगा के कार्य प्रारंभ कराए जाएं। कार्यों की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित की जाए, जिससे लोग उसका लाभ ले सकें।
विवाह के लिए दें अनुमति
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि चार पांच व्यक्तियों द्वारा घर पर ही विवाह किए जाने पर कोई रोक नहीं है। यदि इस संबंध में कोई अनुमति मांगता है तो उसे कलेक्टर अनुमति दें।
आज से खुलेगा वल्लभ भवन
मुख्य सचिव श्री बैंस ने बताया कि 30% उपस्थिति के साथ 30 अप्रैल से वल्लभ भवन में कार्य प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी संक्रमित क्षेत्रों से ना आए। एसीएस जीएडी ने बताया कि कल से सिर्फ प्रथम श्रेणी एवं द्वितीय श्रेणी के अधिकारी वल्लभ भवन आएंगे।
जिलों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर को आवश्यक निर्देश दिए। खरगोन में संक्रमण की दर अधिक होने से वहां विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए। धार में क्वारेंटाइन सेंटर्स पर डिस्टेंसिंग आदि का पूरा पालन किए जाने के निर्देश दिए। होम क्वारेंटाइन को प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जबलपुर एवं खंडवा जिले को टेस्टिंग मशीन दिलवाई जाए। उज्जैन जिले को निर्देश दिए कि वहां इलाज की बेहतर व्यवस्था की जाए। भोपाल से उज्जैन मॉनिटरिंग के लिए भेजे गए अधिकारी नीतीश व्यास ने वहां की व्यवस्थाओं की विस्तार से मुख्यमंत्री को जानकारी दी। विदिशा जिले में संक्रमण रोकने की उत्कर्ष व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य जिले भी इन्हें अपनाएं।
स्वास्थ्य अमला अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखे
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य अमला अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें तथा पूरी सुरक्षा के साथ पीपीई किट मास्क, ग्लव्स आदि का इस्तेमाल करते हुए अपना कार्य करें। टेस्टिंग के लिए सैंपल लेते समय आईसीएमआर की गाइडलाइन का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। श्री चौहान ने उपचार में लगे चिकित्सकों एवं स्टाफ को उपचार संबंधी प्रोटोकॉल का पूरा पालन करने के निर्देश दिए।
निजी चिकित्सालय चालू रहें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जिलों में निजी चिकित्सालय चालू रहे तथा अन्य बीमारियों का इलाज करते रहे। नर्सिंग होम एसोसिएशन तथा आईएमए द्वारा जिलों में मोबाइल के माध्यम से निशुल्क उपचार सलाह देने पर सहमति दी गई है। उनके प्रतिनिधियों से चर्चा कर यह कार्य प्रारंभ कराएं।