श्रमिक स्पेशल ट्रेन आई रतलाम : हजारों मजदूरों की अगवानी में सैकड़ों लोग रहे तैनात
1 min read🔲 व्यवस्था के सुबह 5 बजे से हो गए थे तैनात
🔲 स्टेशन परिसर सक्रिय रहे पुलिस एवं वारियर्स
🔲 शिक्षकों की भी ली गई सेवाएं
🔲 एनजीओ के वारियर्स बांट रहे थे मास्क
हरमुद्दा
रतलाम, 8 मई। विभिन्न राज्यों के शहरों में फंसे मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार सुबह रतलाम पहुंची। मजदूरों की अगवानी के लिए सैकड़ों लोग प्लेटफॉर्म पर तैनात रहे। मुकम्मल व्यवस्था के तहत श्रमिकों को उनके गंतव्य स्थान की बस में बिठाया गया। साथ में उन्हें भोजन, पानी और बिस्किट के पैकेट भी दिए गए।
कलेक्टर रुचिका चौहान के मार्गदर्शन में दो दिन से जो व्यवस्थाएं की जा रही थी, उसकी बनिस्बत शुक्रवार की सुबह कोई दिक्कत नहीं हुई। जिम्मेदारी का निर्वाह करने वाले सभी लोग 5.15 बजे रेलवे स्टेशन पर आ गए थे। जो जो जिम्मेदारी दी गई थी,उसके तहत वे वहां-वहां तैनात हो गए। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम, शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों को जो जिम्मेदारी दी गई थी, उसका वे निर्वाह करते हुए नजर आए।
दस दल ने की स्कैनिंग
शिक्षक हरिराम ओहरी और सुरेश हारी ने हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि विभिन्न राज्यों से आए मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए दस दल बनाए गए थे। दल में मौजूद सभी सदस्य सुरक्षात्मक तरीके से कीट पहने हुए थे। एक दल में तीन व्यक्ति थे। एक की जिम्मेदारी स्कैनिंग की, दूसरे की नाम पता लिखने की तथा तीसरे की हैंड सेनीटाइजर की रही। सभी मजदूरों एवं सेवा देने वाले सभी तैनात को छाछ का वितरण किया गया।
सभी को किया मास्क का वितरण
शिक्षकों सहित अन्य कर्मचारियों ने व्यवस्थित रूप से स्कैनिंग की गई। उन्हें पंक्तिबद्ध डिस्टेंस बनाकर स्टेशन परिसर में बिठाया गया। सृष्टि समाज सेवा समिति के सतीश टाक ने बताया कि समिति द्वारा 2015 से महिला सशक्तिकरण की सेवा का कार्य किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन पर आए मजदूरों को समिति द्वारा मास्क वितरित किए गए। इस कार्य में दो दर्जन से अधिक युवा वर्ग शामिल हुए।
भोजन पानी की व्यवस्था साथ में
दो स्थानों पर बसों में उन्हें बिठाकर गंतव्य स्थान बड़वानी, धार, झाबुआ, खरगोन सहित अन्य क्षेत्रों की बसों में योजनाबद्ध तरीके से व्यवस्थित रूप से बिठाया। मजदूरों ने अपना सामान स्वयं ही बसों पर रखा।
सारी व्यवस्थाएं भोजन, पानी, बिस्किट देकर उन्हें रवाना किया गया। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम, शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों को जो जिम्मेदारी दी गई थी, उसका वे निर्वाह करते हुए नजर आए।
अच्छी व्यवस्था, नहीं हुई दिक्कत
बड़वानी जाने वाले श्रमिकों ने बताया कि रास्ते में उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई। रतलाम स्टेशन पर उतरने के बाद हमें छास दी गई। हाथ साफ करवाए। मशीन से जांच भी की। नाम और पता भी लिखा। लेन में बिठाकर बस तक पहुंचा रहे हैं। यहां पर अच्छी व्यवस्था है। कोई दिक्कत नहीं हुई।
जब बालक बजे सिंह को पहनाया कलेक्टर ने मास्क
कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा खड़े रहकर सतत व्यवस्थाएं करवाई जा रही थी, जब बड़वानी जिले के एक मजदूर अमर सिंह के परिवार के साथ उनके बच्चे को कलेक्टर ने बगैर मास्क के देखा तो मास्क मंगा कर अपने हाथों से बालक वजे सिंह को मास्क पहनाया।
पी राहत की छाछ इन्होंने भी
मजदूरों का व्यवस्थित रूप से बस में बिठाने के पश्चात कलेक्टर रुचिका चौहान और एसपी गौरव तिवारी ने राहत की छाछ पीकर रिलेक्स हुए और निकल गए।
सुबह से ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बैठकर राहत की सांस ली। थोड़ा मोबाइल देखा। सभी भगवान का शुक्रिया अदा कर रहे थे कि जो जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी उसका निर्वाह अच्छी तरीके से कर सके। किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई।