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रविवार को रवि ने दिखाया रौद्र रूप, पारा पहुंचा 43 पार, शीतल पेय और खाद्य वस्तु का बिगड़ गया व्यापार

🔲 दिन और रात दोनों तपा रहे

🔲 सहज उपलब्ध नहीं है। ठंडक देने वाले पेय पदार्थ और आइसक्रीम

हरमुद्दा
रतलाम, 10 मई। रविवार को रवि ने रौद्र रूप दिखाया। लोग घरों में ही थे फिर भी काफी परेशान हुए। रविवार को अधिकतम पारा 43 पार कर गया। वहीं रात का पारा भी 27 के ऊपर दर्ज किया गया। भीषण गर्मी में ठंडक देने वाले भी और खाद्य पदार्थ सहज उपलब्ध नहीं है। इस सीजन में पेय पदार्थ एवं ठंडी वस्तुओं का व्यापार बिगड़ गया है।

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सूरज की तेजी का असर शनिवार से ही पता चल गया था कि रविवार को तापमान और बढ़ेगा। और वैसा ही हुआ। शनिवार को जहां। अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस था। वही न्यूनतम 27 डिग्री दर्ज किया गया था। रविवार को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को मौसम का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। इतनी तेज गर्मी के बावजूद भी आमजन। को। ठंडक देने वाले। पेय पदार्थ एम आइसक्रीम सहज उपलब्ध नहीं है। साथ ही अधिकांश शहरवासियों ने श्रीखंड का उपयोग भी नहीं किया है। बाजार बर्फ के लड्डू और चुस्कियोन से से वीरान है। ना तो गली मोहल्लों में लड्डू की गाड़ियां नजर आ रही है और ना ही गन्ने के रस की चरखियाँ।

बिगड़ गया आइसक्रीम का सीजन

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तनीश इंटरप्राइजेज के डिस्ट्रीब्यूटर अरुण मकवाना ने हरमुद्दा से चर्चा में बताया कि दिनशाज आइसक्रीम का सीजन में 70 से 80 लाख का सेल होता है। 18 मार्च को आखिरी बार आइसक्रीम आया था। 17 मई को लॉक डाउन खुल जाता है तो खींचतान के अधिकतम 10 लाख का बिज़नेस हो सकता है। अन्यथा इस बार का तो सीजन हमारा बिगड़ गया है।

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वैसे भी आइसक्रीम का सीजन शाम के बाद चलता है और रतलाम में दुकानें 5:00 बजे बाद बंद हो जाती है। ऐसे में बिक्री और असंभव है। श्री मकवाना का कहना है कि वैसे भी कोरोनावायरस के दौर में लोगों का कहना है कि ठंडी चीजों से दूर रहे। इस कारण भी बिक्री प्रभावित तो होना ही है।

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