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छत्‍तीसगढ़ की राजनीति के केंद्र बिंदु एवं पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन

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🔲 9 मई से हैं हॉस्पिटल में थे उपचार रत

🔲 सिंगापुर के डॉक्टरों से हो रही थी डाक्टरों की चर्चा

🔲 गौरेला में अंतिम संस्कार 30 मई को

हरमुद्दा
शुक्रवार, 29 मई। छत्‍तीसगढ़ की राजनीति के केंद्र बिंदु एवं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी शुक्रवार को निधन हो गया है। श्री जोगी को 9 मई को पहला का कार्डिक अरेस्ट आया था। तब से उपचार चल रहा था लेकिन बुधवार रात को फिर कार्डिक अरेस्ट हुआ था। उनकी पल्स रेट नीचे गिर गई थी। सिंगापुर के डाक्टरों से भी चर्चा कर उपचार किया जा रहा था, लेकिन शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

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पत्नी रेनू और बेटा अमित जोगी 20 दिन से अस्पताल में रहकर प्रभु से प्रार्थना कर रहे थे कि श्री जोगी शीघ्र स्वस्थ हो जाए। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। ज्ञातव्य की श्री जोगी को कार्डियक अरेस्ट आने के बाद 9 मई को हॉस्पिटल में एडमिट किया था, तब से वही उपचार चल रहा है। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पंकज उमर सहित डॉक्टरों की टीम आईसीयू में श्री जोगी के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी कर रहे थी। बताया जा रहा है कि उनका बीपी ऊपर नीचे हो रहा है, जिससे दिक्कत है।

30 मई को होगा अंतिम संस्कार, राज्य में 3 दिन का शोक

छत्तीसगढ़ सरकार ने जोगी के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इस राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा कोई भी शासकीय समारोह आयोजित नहीं होंगे। स्वर्गीय जोगी का राजकीय सम्मान के साथ 30 मई को गौरेला में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

लॉन में टहल रहे थे व्हील चेयर पर तब आया था कार्डिक अरेस्ट

गौरतलब है कि 9 मई को सुबह करीब 10 बजे अजीत जोगी तैयार होने के बाद अपने लॉन में व्हीलचेयर के माध्यम से टहल रहे थे। तभी उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ था। गंभीर स्थिति में राजधानी रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित नारायणा अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। तब से लेकर आज तक स्थिति गंभीर बनी हुई है। बीते 15 दिनों से वे कोमा में चल रहे हैं।

सुनाए जा रहे थे पसंदीदा गाने

श्री जोगी के स्वास्थ पर डॉक्टर लगातार नजर बनाए हुए थे। इसके पहले उनके मस्तिष्क से खून का प्रवाह देखा गया। ऑडिया थैरेपी देकर उनका इलाज किया जा रहा था, जिसमें श्री जोगी को उनके पसंदीदा गाने सुनाए जा रहे थे। उनके स्वास्थ को लेकर रायपुर के डॉक्टरों ने सिंगापुर के डॉक्टरों के साथ कॉफ्रेंसिंग के जरिए बात भी की थी।

छत्तीसगढ़ राज्य के पहले मुख्यमंत्री होने का मिला गौरव उन्हें

छत्‍तीसगढ़ राज्‍य के पहले मुख्‍यमंत्री बनने का गौरव अजीत जोगी को प्राप्‍त हुआ था। वह देश के एकमात्र ऐसे राजनेता है, जिन्होंने इंजीनियर, प्रोफेसर और आईपीएस के साथ आईएएस बनने का भी लक्ष्य पूरा किया था। इसके बाद लंबे समय तक कलेक्ट्री करने के बाद वह राजनीति में शामिल हुए, तब से लेकर आज तक अजीत जोगी छत्‍तीसगढ़ की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाते हैं।

इंजीनियर, आईपीएस, आईएएस और राजनीतिज्ञ

अजीत प्रमोद कुमार जोगी एक भारतीय राजनेता रहे है। प्रथम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बिलासपुर के पेंड्रा में जन्में अजीत जोगी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद पहले भारतीय पुलिस सेवा और फिर भारतीय प्रशासनिक की नौकरी की। बाद में वे मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सुझाव पर राजनीति में आए।

एक परिचय

🔲 जन्म: 29 अप्रैल 1946 (आयु 74 वर्ष), बिलासपुर

🔲 दल: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़

🔲 पत्नी: रेणु जोगी से विवाह 1975 में

🔲 पुस्तकें: Sadī ke moṛa para योगदान दें

🔲 शिक्षा: नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रायपुर।

🔲 बच्‍चे: अमित जोगी एवं अनुषा जोगी

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