बांसखेड़ी की क्वॉरेंटाइन सेंटर से घर पहुंची महिला का मानसिक संतुलन बिगड़ा..?

🔲 सरपंच प्रतिनिधि सहित तीन पर जबरन क्वारंटाईन सेंटर पर भेजने का आरोप

हरमुद्दा
मंदसौर, 5 जून। बांसखेड़ी में दो जुड़वा बच्चों की मां को गांव में घुसने नहीं दिया और उसने दुनिया छोड़ दी। इस मामले में सरपंच प्रतिनिधि सहित कई लोगों का अमानवीय रवय्या भी सामने आ चुका है। एक और मामला गांव का ही सामने आया है। जिसमें सरपंच प्रतिनिधि अनिल चौहान, पंचायत के मंत्री सहित तीन पर आरोप है कि तीनों के दबाव में गांव की एक महिला को जबरन क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचाया गया।

वापिस घर पहुंचने पर उसका मानसिक संतुलन बिगड़ने के साथ ही उसकी तबीयत खराब हो गई। महिला को जिला अस्प्ताल भर्ती कराया गया है।

दबाव बनाकर पहुंचाया क्वॉरेंटाइन सेंटर

महिला बेबीबाई के परिजनों का आरोप है कि गांव की गर्भवती महिला के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद उसके संपर्क में आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया था। इसी में बेबीबाई को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया। परिजनों का आरोप है कि सरपंच प्रतिनिधि अनिल चौहान, पंचायत मंत्री सहित तीन लोगों ने दबाव बनाकर बेबीबाई को क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचाया। जबकि बेबीबाई कोरोना पॉजीटिव और उसके किसी भी परिजन के संपर्क में नहीं थी।

और उसकी तबीयत बिगड़ी

परिजनों ने बताया कि महिला की क्वॉरेंटाइन सेंटर से घर पहुंचने के बाद तबीयत बिगड़ गई। बार बार डॉक्टर या पुलिस के घर आने का डर उसे सताने लगा। बार-बार बेबीबाई कह रही है कि डॉक्टर..पुलिस आई है..। आज महिला को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी। इसके बाद उसे जिला अस्पताल लाया गया। इस मामले में पूर्व में पॉजीटिव आई गांव की मृतक महिला के पति ने भी इस बात की पुष्टी की है कि बेबीबाई उनके संपर्क में नहीं थी।

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