मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तरों का अस्पताल भी प्रारंभ होना जरूरी : पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी
🔲 श्री कोठारी ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र
🔲 नियमानुसार अब तक हो जाना चाहिए था शुरू
🔲 कोरोनावायरस संक्रमण के दौर में बहुत जरूरी है चिकित्सालय शुरू होना
हरमुद्दा
रतलाम, 8 अगस्त। रतलाम जिले में 150 सीट वाले शासकीय मेडिकल कॉलेज को प्रारंभ हुए 3 वर्ष हो चुके है। नियमानुसार 03 वर्ष होने पर मेडिकल कॉलेज में 750 बिस्तरों का अस्पताल भी प्रारंभ होना चाहिए, जो की नहीं हुआ।
इस आशय का पत्र पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी ने मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा।
आवश्यक भर्ती प्रक्रिया की जाए पूरी
श्री कोठारी ने जनहित का मुद्दा उठाते हुए बताया कि चिकित्सालय प्रारंभ किया जाना अति आवश्यक है। साथ ही चिकित्सालय प्रारम्भ होने के पूर्व आवश्यक मेडिकल स्टाफ की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाए।
कोरोना के मद्देनजर अति आवश्यक है शुरुआत
कोरोना महामारी का प्रकोप चल रहा है। मरीजों की संख्या एवं इस महामारी से मरने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही। इन सभी कारणों को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में चिकित्सालय प्रारंभ किया जाने की आवश्यकता है।
उस समय की थी मुख्यमंत्री ने घोषणा
मेडिकल कॉलेज के उदघाटन अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी, कि मेडिकल कॉलेज का चिकित्सालय सुपर स्पेशलिटी एवं अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित होगा।
सब कुछ तैयार है तो देर किस बात की
श्री कोठारी ने स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया कि बिल्डिंग बनकर तैयार है। मशीनें उपकरण खरीद कर इसका जल्द से जल्द प्रारंभ किया जाना चाहिए।
श्री कोठारी ने कहा कि कोरोना वायरस लंबे समय में भी रहने वाला है। इसलिए मेडिकल कालेज में कोविड के मरीजों के लिए 100 बिस्तरों का अलग वार्ड ही प्रारंभ किया जाए, ताकि भविष्य में इस बीमारी से लड़ने की संसाधन उपलब्ध रहे।
अनेक जिलों के लोगों को मिलेगी सुविधा चिकित्सा की
रतलाम मेडिकल कॉलेज में चिकित्सालय प्रारंभ होने से रतलाम के ही साथ ही झाबुआ, मंदसौर, नीमच एवं बांसवाड़ा जिले के लोगों को भी इस चिकित्सालय का लाभ प्राप्त होगा, क्योंकि यह चिकित्सालय सुपर स्पेशलिटी वाला एवं आवश्यक अन्य उपकरणों से सुसज्जित होगा जिससे लोगों को अन्य बड़े शहरों के अस्पतालों में न जाना होगा और यहीं लाभ प्राप्त हो सकेगा।