रेड अलर्ट का असर : रतलाम जिले के बाजना में सर्वाधिक लगभग 11 इंच बारिश दर्ज, जिले में औसत करीब 5 इंच बारिश
🔲 अगस्त की औसत बारिश से आगे निकला जिला
🔲 गत वर्ष से 11.30 इंच पीछे जिला
हरमुद्दा
रतलाम, 23 अगस्त। भादो की झमाझम बारिश ने जिले के सभी जलाशय को लबालब कर दिया है। चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा है। 24 घंटों में जिले में लगभग 5 औसत बारिश हो चुकी है। सर्वाधिक बाजना में करीब 11 इंच बारिश दर्ज की गई है जो कि अब तक का रिकॉर्ड है। रेड अलर्ट का असर बाजना में सर्वाधिक देखने को मिला।
शनिवार सुबह 8:00 बजे से रविवार सुबह 8:00 बजे तक पिछले 24 घंटे की बात करें तो रतलाम शहर में 4 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। रतलाम जिले में 4.73 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। रविवार सुबह तक जिले में मौसम की औसत वर्षा 27.5 इंच के करीब बारिश दर्ज की जा चुकी है। 24 घंटे जिले की बाजना तहसील में सबसे ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई, यहां पिछले 24 घंटो में 10.66 इंच वर्षा दर्ज हुई है। जिला अब तक की सामान्य बारिश से आगे निकला। जिले में अगस्त के चतुर्थ सप्ताह की औसत वर्षा 26.96 इंच होती है और आज दिनांक तक 27.55 हो चुकी है।
जिले में 1 जून से अब तक कहां कितनी बारिश
1 जून से अब तक आलोट तहसील में 610 मिमी, जावरा तहसील में 662 मिमी, ताल तहसील में 671 मिमी, पिपलोदा तहसील में 488 मिमी, बाजना तहसील में 949 मिमी, रतलाम में 641, रावटी तहसील में 827 मिमी और सैलाना तहसील में 752 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
बारिश में बाजना आगे पिपलोदा पीछे
अब तक हुई बारिश में बाजना सबसे आगे, पिपलोदा सबसे पीछे बाजना 37.36 इंच के साथ पहले स्थान पर है। दूसरे स्थान पर रावटी 32.55 इंच के साथ बना हुआ है। जिले में सबसे कम बारिश पिपलोदा में महज 19.21 इंच दर्ज की गई है। जिले की औसत वर्षा 27.55 इंच का आंकड़ा पार कर गई है जो गत वर्ष आंकड़ा 38.87 इंच था, वहीं जिला गत वर्ष से 11.30 इंच पीछे चल रहा है।
प्रदेश में बारिश ने तोड़े वर्षो पुराने रिकार्ड
प्रदेश के 20 जिलों में तीन दिन से भारी बारिश हो रही है। इंदौर में बारिश ने 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। 24 घंटों में इंदौर में 13 इंच बारिश हुई। वहीं भोपाल में 24 घंटों में 8.5 इंच पानी गिर चुका है। राजगढ़ जिले में 6 इंच बारिश हुई, इतनी अधिक बारिश होने के बाद यहां मोहनपुरा बांध के सभी 12 गेट रात को खोलने पड़े। उज्जैन लगातार हो रही बारिश की वजह से शिप्रा नदी उफान पर है, वही गंभीर डेम भी लबालब हो गया है। डैम के गेट खोल दिए गए हैं।