भारत रत्न भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी का निधन
🔲 भारत रत्न से किया सम्मानित
हरमुद्दा
दिल्ली, 31 अगस्त। भारत रत्न भारत के 13वें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार को निधन हो गया। बीते कुछ समय से बीमार चल रहे देश के उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी ने यह जानकारी दी।
प्रणव कुमार मुखर्जी भारत के तेरहवें राष्ट्रपति रह चुके हैं। 26 जनवरी 2019 को प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया। सीधे मुकाबले में उन्होंने अपने प्रतिपक्षी प्रत्याशी पी.ए. संगमा को हराया। उन्होंने 25 जुलाई 2012 को भारत के तेरहवें राष्ट्रपति के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। प्रणब मुखर्जी ने किताब ‘द कोलिएशन ईयर्स: 1996-2012’ लिखी है। वे 25 जुलाई 2017 तक इस पद पर बने रहे।
पश्चिम बंगाल में हुआ था जन्म
प्रणव मुखर्जी का जन्म 11 दिसम्बर 1935 पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले में किरनाहर शहर के निकट स्थित मिराती गाँव के एक ब्राह्मण परिवार में कामदा किंकर मुखर्जी और राजलक्ष्मी मुखर्जी के यहाँ हुआ था।
उनके पिता 1920 से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय होने के साथ पश्चिम बंगाल विधान परिषद में 1952 से 64 तक सदस्य और वीरभूम (पश्चिम बंगाल) जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके थे। उनके पिता एक सम्मानित स्वतन्त्रता सेनानी थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन की खिलाफत के परिणामस्वरूप 10 वर्षो से अधिक जेल की सजा भी काटी थी।
जीवनसंगिनी का निधन हुआ 2015 में
प्रणव मुखर्जी ने सूरी (वीरभूम) के सूरी विद्यासागर कॉलेज में शिक्षा पाई, जो उस समय कलकत्ता विश्वविद्यालय से सम्बद्ध था। श्री मुखर्जी का विवाह शुभ्रा मुखर्जी के साथ 1957 में हुआ था, जिनका निधन 2015 में हुआ था। श्री मुखर्जी के शर्मिष्ठा, अभिजीत, इन्द्रजीत बच्चे हैं। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में 1969–86; 1989–2012 रहे। इसके अलावा राष्ट्रीय समाजवादी काँग्रेस 1986 से 1989 तक रहे।