रतलाम में गजब : रतलाम मेडिकल कॉलेज में जान से ही नहीं जेवर से भी हाथ धो रहे हैं कोरोना मरीज
🔲 मृतक के शरीर से निकाले मेडिकल कॉलेज के स्टाफ ने आभूषण
🔲 विधायक के हस्तक्षेप के बाद मिले जेवर
हरमुद्दा
रतलाम ,16 सितंबर। देश-प्रदेश में कोरोना उपचार के नाम पर लूट खसोट हो रही है। वहीं रतलाम मेडिकल कॉलेज में स्टाफ वाले मृतक मरीज के शरीर पर से आभूषण चोरी कर रहे हैं। कोरोना के मरीज जान से ही हाथ नहीं दे रहे हैं अपितु उनके जेवर भी साफ हो रहे हैं। बुधवार को हुए घटनाक्रम में परिजनों ने हंगामा किया। गनीमत रही कि जावरा विधायक के हस्तक्षेप के बाद परिजनों को अंततोगत्वा आभूषण मिल गए।
मृतक के परिजनों के मुताबिक मंदसौर के अभिभाषक ओमप्रकाश तेनगरिया 60 वर्ष को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद मंगलवार को दोपहर करीब तीन बजे रतलाम के मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया था। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और शाम करीब 7.30 बजे उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद मेडिकल कॉलेज के स्टाफ़ ने मृतक के परिजनों को इस बात की सूचना दे दी ।
बुधवार को आए मृतक का शव लेने परिजन
बुधवार सुबह 10 बजे मृतक के परिजन मृतक का शव लेने मेडिकल कालेज पंहुचे तो मृतक के शव को देख कर उनके के होश उड़ गये। मृतक के पुत्र शैलेन्द्र तेनगुरिया ने बताया कि उसके पिता ओमप्रकाश एक हाथ की ऊँगली में चांदी की अंगूठी ,दूसरे हाथ की ऊँगली में सोने की अंगूठी और गले में सोने के पेंडल में जड़ा हुआ रुद्राक्ष पहनते थे और मेडिकल कालेज में भर्ती किए जाने के समय भी ये सारे आभूषण उन्होंने पहन रखे थे। जब मेडिकल कालेज के स्टाफ ने उनका शव परिजनों को सौपा उस वक्त उनके सारे आभूषण शरीर पर से गायब थे। उनका मोबाइल फोन भी परिजनों को नहीं सौपा गया।
साफ मना कर दिया नहीं था मोबाइल और आभूषण
जब परिजनों ने स्टाफ से उनके आभूषण और मोबाइल की मांग की तो कालेज स्टाफ ने ऐसे कोई आभूषण होने से ही इंकार कर दिया। मृतक के परिजन सुबह से दोपहर तक अपने पिता के आभूषण और मोबाइल की मांग करते रहे लेकिन मेडिकल कालेज के स्टाफ ने दोपहर 3 बजे कोई जवाब नहीं दिया।
धरना प्रदर्शन कर दिया शुरू
आखिरकार मृतक के परिजनों ने मेडिकल कालेज में जोरदार हंगामा करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले की जानकारी मिलते ही जावरा विधायक डॉ. राजेंद्र पांडे भी मेडिकल कॉलेज में पहुंच गए। उन्होंने कॉलेज के डीन तथा स्टाफ़ से उक्त मामले को लेकर चर्चा की। मृतक के परिजनों का कहना था कि कालेज के सीसीटीवी फुटेज देखने से भी स्पष्ट हो जाएगा कि भर्ती कराते समय अँगूठिया और गले का रुद्राक्ष उन्होंने पहना हुआ था।
और किसी कर्मचारी रख दिए अंगूठी, मोबाइल और रुद्राक्ष शव के पास
इस हंगामे के बीच किसी कर्मचारी ने मृतक के पास में चांदी की अंगूठी, सोने की अंगूठी, सोने के पेंडल में जड़ा हुआ रुद्राक्ष और एक स्मार्ट फोन रख दिया और बाद में मेडिकल कॉलेज द्वारा सफाई देते हुए कहा गया कि ये सभी चीजे मृतक की जेब में थी। हमने पहले देखा नहीं था।इसके बाद परिजनों ने मृतक के शरीर की जांच की मांग भी रखी, परिजनों को संदेह है कि मृतक के शरीर में उसके अंग निकाले गए है। लेकिन इस बात की फ़िलहाल कोई पुष्टि नहीं हुई है।