राष्ट्र धर्म विजय पदयात्रा : अष्टम ज्योतिर्लिंग श्री घृष्णेश्वर भगवान का किया महाअभिषेक

हरमुद्दा

दौलताबाद, (महाराष्ट्र) 23 सितंबर। श्री नित्यानंद आश्रम के संत श्री नर्मंदानंद जी बाबजी द्वारा की जा रही द्वादश ज्योतिर्लिंग राष्ट्रधर्म विजयपद यात्रा के दौरान अष्टम ज्योतिर्लिंग श्री घृष्णेश्वर भगवान (महाराष्ट्र) का महा अभिषेक ब्रह्म मुहूर्त में किया गया। कोरोना महामारी को देखते हुए प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए विश्व कल्याणार्थ पर्यावरण, गौ, जल, जीव की रक्षा के लिए भगवान श्री घृष्णेश्वर महादेव से प्रार्थना की गई।

रतलाम से श्रीनित्यानंदआश्रम भक्त मंडल के सदस्य राजेश सक्सेना ने जानकारी देते हुए हरमुद्दा को बताया कि अभिषेक पश्चात स्वामी जनार्दन आश्रम के महामंडलेश्वर श्री शांतिगिरी जी महाराज द्वारा श्री 1008 समर्थ श्री नित्यानन्द आश्रम के पूज्य संत श्री 1008 नर्मदानंद बाबजी का पुष्प वर्षा व पूजन करते हुए शाल श्रीफल से स्वागत अभिनंदन किया गया।

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पूज्यपाद श्री नर्मदानंद बाबजी ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में गुरु की महिमा को विस्तार पूर्वक बताया व यात्रा की जानकारी तथा उद्देश्य बताते हुए कहा कि यह यात्रा 29 सितंबर 2019 को गंगोत्री से प्रारंभ होकर भगवान केदारनाथ, विश्वनाथ, वैद्यनाथ, मल्लिकार्जुन, रामेश्वरम, भीमाशंकर, त्र्यम्बकेश्वर, ज्योतिर्लिंग होते हुए घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग में अपना अष्टम ज्योतिर्लिंग का अभिषेक पूर्ण कर अगले ज्योतिर्लिंग सोमनाथ की ओर यात्रा प्रस्थान किया।

आम जनता को प्रकृति से जुड़ने का किया आह्वान

सन्त श्री नर्मंदानंद जी बाबजी ने जनार्दन आश्रम से जुड़े हुए सैकड़ों भक्तों को यात्रा का उद्देश्य बताया कि द्वादश ज्योतिर्लिंग में यात्रा के दौरान पर्यावरण, जल शुद्धि, गौ रक्षा, प्रकृति संरक्षण हेतु यह पदयात्रा की जा रही है। जन कल्याणकारी अनेकों विषयों को लेकर प्रचार प्रसार कर आम जनता को प्रकृति से जुड़ने का आह्वान किया। यह यात्रा लगभग 12000 किलोमीटर पैदल चल कर 15 माह में पूर्ण होगी।

विद्वान संत व भक्त मंडल यात्रा में शामिल

श्री सक्सेना ने बताया कि इस यात्रा के दौरान कई विद्वान संत व गुरु भक्त अपने अपने समयानुसार यात्रा में शामिल होकर साथ चल रहे हैं। अष्टम ज्योतिर्लिंग श्री घृष्णेश्वर महादेव पर नासिक त्र्यम्बकेश्वर आनंद अखाड़ा के महंत श्री गिरजानन्द सरस्वती जी महाराज, धार से अंकित शुक्ला, रतलाम से जितेंद्र ठन्ना , गंधवानी से सुधीर पांडे सनावद से आचार्य श्री देवेंद्र पाठक व गुजरात मध्य प्रदेश वह महाराष्ट्र से कई गुरु भक्त संत श्री नर्मदानंद बापजी के साथ पदयात्रा कर रहे हैं।

मां कालिका के दर्शन के साथ शुरू हुई थी यात्रा

उल्लेखनीय है कि आज से ठीक एक वर्ष पूर्व 23 सितंबर 2019 को यात्रा प्रारम्भ करने के लिए सन्त श्री नर्मंदानंदजी बापजी ने माँ कालिकामाता के दर्शन के उपरांत मंदिर से प्रस्थान किया था।

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