जिज्ञासा : आखिर क्या है खास, डिजिटल संग्राहलय काे देखने पहुंचे लाेग
🔲 सैलानियों के लिए खुले डिजिटल संग्रहालय के दरवाजे
🔲 निशुल्क मिल रहा प्रवेश
हरमुद्दा
ग्वालियर, 18 नवंबर। ग्वालियर की स्थापत्य शैली, वस्तु, परिधान, जीवनशैली, वाद्य यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प, सांस्कृतिक परंपरा, चित्रकारी सहित कई सुविधाओं को डिजिटल अंदाज में प्रस्तुत किया गया है। लाेगाें काे यहां यह जिज्ञासा खींच रही है कि आखिर डिजिटल संग्राहलय में क्या खास है।
महाराज बाड़ा के पास स्काउट एंड गाइड परिसर में बने स्मार्ट सिटी के डिजिटल संग्रहालय को सैलानियों के लिए मंगलवार को खोल दिया गया है। बुधवार से यहां सैलानी पहुंचना भी शुरू हाे गए हैं। यहां पहुंचे सैलानियाें ने ग्वालियर व आसपास की धरोहर व कलाओं का दीदार डिजिटल मोड में करके अलग अनुभव महसूस किया। संग्रहालय में खास बात यह है अभी कुछ दिन प्रवेश को पूरी तरह निशुल्क रखा गया है।
स्मार्ट सिटी सीईओ ने किया निरीक्षण
मंगलवार काे शुभारंभ मौके पर स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह ने संग्रहालय का निरीक्षण किया था। साथ ही कोविड-19 से सैलानियों को बचाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे।
आवश्यक कार्रवाई के बिना प्रवेश नहीं
इसके तहत बुधवार काे संग्राहलय में आने वालाें काे विशेष सतर्कता बरतते हुए अंदर जाने दिया जाएगा। बिना मास्क के किसी काे प्रवेश नहीं दिया जाएगा, साथ ही अंदर प्रवेश के पहले सैनिटाइजर होगा। साथ ही हर सैलानी का मुख्य द्वार पर तापमान चेक होगा।
संग्रहालय में क्या है खास
🔲 भ्रमण का समय : सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक
🔲 क्षेत्रफल : 3500 वर्गफीट
🔲 बनाई गई हैं : 16 गैलरियां
🔲 देख सकते हैं : स्थापत्य शैली, वास्तु, परिधान, जीवनशैली, वाद्य यंत्र, आभूषण, हस्तशिल्प, सांस्कृतिक परंपरा, चित्रकारी।
🔲 खास है : ग्वालियर संभाग की स्थानीय चितौरा कला, मधुमती कला तथा मृणुशिल्प कला।