संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना का किया वाचन

हरमुद्दा

रतलाम, 26 नवंबर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार एवं जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुश्री शोभा पोरवाल के नेतृत्व में 26 नवम्बर को प्रातः 11.00 बजे संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। भारत के संविधान को 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया था। जो 26 जनवरी 1950 को लागू किया।

इस अवसर पर जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुश्री शोभा पोरवाल, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय हितेन्द्र कुमार मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण साबिर अहमद खान, राजेन्द्र कुमार दक्षिणी, तरूण सिंह, शैलेश भदकारिया, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद जाम्भूलकर एवं निलेश कुमार जिरेती, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंजयसिंह, स्पे. रेलवे मजिस्ट्रेट न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय चौहान, व्यवहार न्यायाधीश हर्षिता शर्मा, नितिन सौनी, मिताली पाठक, अनुराधा गौतम न्यायिक मजिस्ट्रेट, जिला विधिक सहायता अधिकारी पूनम तिवारी एवं न्यायालयीन स्टाफ के कर्मचारीगण, अधिवक्तागण, पैरालीगल वालेंटियर्स तथा विधिक सहायता के कर्मचारीगण उपस्थित थे।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रतलाम, के अतिरिक्त तहसील विधिक सेवा समिति जावरा में व्यवहार न्यायाधीश, अध्यक्ष की अध्यक्षता में तथा तहसील विधिक सेवा समिति आलौट में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अध्यक्षता में एवं तहसील विधिक सेवा समिति सैलाना में अपर एवं सत्र न्यायाधीश, अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति की अध्यक्षता में एवं अन्य न्यायाधीशगण एवं कर्मचारीगण कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उक्त कार्यक्रम में 331 व्यक्तियों द्वारा कोरोना से बचाव संबंधी मानकों का पालन करते हुए भाग लिया गया। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्तिओं में राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक एक विधिक परिचय, पुस्तक की प्रतियां वितरीत की गईं।

अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ, भीम आर्मी भारत एकता मिशन सहित विभिन्‍न स्‍थानों पर संविधान दिवस 

IMG_20201126_194542

पिपलौदा। अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ, भीम आर्मी भारत एकता मिशन तथा विकासखंड शिक्षा कार्यालय सहित विभिन्‍न स्‍थानों पर संविधान दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ ने संविधान दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन कर संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण किया। समारोह के मुख्य अतिथि तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के तहसील अध्‍यक्ष पवन पटवा, बालाराम दडि़ंग, मेघवाल समाज संघ जिला अध्यक्ष परवीन बी मंसूरी, अजाक्‍स तहसील अध्‍यक्ष अंबाराम बोस, भीम आर्मी संयोजक संजय परिहार, राज्य कर्मचारी संघ के तहसील अध्‍यक्ष पूनमचंद बोस के विशिष्ट अतिथि में संगोष्ठी का शुभारभ किया। इसमें अंबाराम बोस ने कहा कि भारतीय संविधान विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का धर्म ग्रंथ है। इसी किताब से भारतीय लोकतंत्र संचालित होता है संविधान 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अपनाया गया तथा 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पवन पटवा ने कहा कि भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जो हिंदी तथा अंग्रेजी में लिखा हुआ है इसमें 395 अनुच्छेद 8 अनुसूचियां थी जो वर्तमान में बढ़कर 448 अनुच्छेद और अनुसूचियां और 25 भाग हो गए हैं। हमें भारत के संविधान पर बड़ा गर्व है हमें भारत में एकता और भाईचारा स्थापित करने हेतु संविधान का हमें सम्मान करना चाहिए। भारतीय संविधान की उद्देशिका का वाचन कर शपथ मदन धमानिया ने दिलाई। अवसर पर जुझार बोस, भागीरथ मालवीय राधेश्याम मालवीय, संदीप रैदास, योगेश झाला, हृदेश राठौर, सोहनसिंह पटेल, अशोक कटारा आदि उपस्थिति थे। कार्यक्रम का संचालन अमरुलाल सोलंकी ने किया। आभार पूनमचंद रागोटा ने माना।

पूरे सप्ताह होगे कार्यक्रम

इसी प्रकार विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं जनपद शिक्षा केन्‍द्र में शासन के निर्देशानुसार संविधान की उद्देशिका का वाचन किया। शपथ सभा के आयोजन में कार्यालय प्रमुख संजय शर्मा ने भीमराव अंबेडकर के चित्र एवं भारतीय संविधान पुस्‍तक पर माल्यार्पण किया। मनोज चौहान ने संविधान पर प्रकाश डालते हुए शासन के निर्देशों के अनुसार पूरे सप्ताह होने वाले कार्यक्रम की जानकारी दी। मोबाइल स्रोत समन्वयक मदन धमनियां ने शपथ दिलवाई। कार्यक्रम में संगीता डामोर, कालूसिंह भाटी, नितिन नांदेचा, मुबारिक शाह, दिनेश कुमावत नकीबउद्दीन अंसारी आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *