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आंगनवाडी कार्यकर्ताओं ने क्षमता से अच्छा कार्य करने का पूरा प्रयास किया विपरित परिस्थिति में

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🔲 महिला बाल विकास विभाग की बैठक में आयोग सदस्य श्री खण्डेलवाल ने कहा

हरमुद्दा
रतलाम 16 दिसंबर। म.प्र. राज्य खाद्य आयोग सदस्य किशोर खण्डेलवाल तथा वीरसिंह चौहान की उपस्थिति में कलेक्टोरेट कार्यालय में महिला बाल विकास विभाग की बैठक आयोजित हुई। श्री खण्डेलवाल ने कहा कि सुपोषण के मामले में रतलाम जिला समृद्ध है। आपने उपस्थित आंगनवाडी कार्यकर्ताओं से कहा कि कार्यकर्ता अपने काम को बोझन न माने, सरकार को आप पर विश्वास है। आप हर क्षेत्र में कार्य करने में सक्षम हैं। श्री खण्डेलवाल ने कहा कि कोविड-19 में भी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं ने विपरित परिस्थिति में क्षमता अनुसार कार्य करने का पूरा प्रयास किया है।

आपने कहा भविष्य में जब भी कोरोना वैक्सीन का वितरण किया जाएगा तो सेन्टर आंगनवाडी केन्द्र ही रहेगा। प्रत्येक केन्द्र से करीब 100 वैक्सीनेशन एक दिन में लगाए जाएंगे। आपने कहा कि आंगनवाडी के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण कार्य हो।

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सुपोषण लाने के कार्य को गति प्रदान करे

श्री खण्डेलवाल ने कुपोषित बच्चों के सम्बन्ध में कहा कि यदि बच्चा कमजोर होगा तो समाज कमजोर होगा। समाज कमजोर होने से राज्य कमजोर होगा और राज्य कमजोर होने से देश कमजोर होगा। हर आंगनवाडी अधिकारी, सुपरवाईजर, पर्यवेक्षक, कार्यकर्ता, सहायिका अपने क्षेत्र की आंगनवाडी में कुपोषण दूर करने का प्रयास करे और सुपोषण लाने के कार्य को गति प्रदान करे। यदि कोई कुपोषित बच्चा आंगनवाडी पर नहीं आता है तो उसे आंगनवाडी पर लाने का प्रयास किया जाए।

माताओं से संवाद करें आंगनवाडी कार्यकर्ताओं 

श्री खण्डेलवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार गर्भवती माताओ पर 21 हजार रुपए खर्च कर रही है। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वे माताओं से संवाद करें। संवाद करने से परिणाम भी सुखद् ही प्राप्त होंगे। आपने कहा कि भारत वर्ष में सबसे कम कुपोषित बच्चों की संख्या केरल राज्य में हैं। माता सशक्त होगी तो बच्चा भी सुपोषित होगा। यदि घर परिवार बचाना है तो बच्चों को बचाना आवश्यक है। आपने कहा कि कार्यकर्ताएं माताओं से संवाद कर बताएं कि कुपोषित बच्चे को बाहर की चीजें न खिलाएं। माताएं घर में उपलब्ध तेल से बच्चों की मालिश नियमित रुप से करें ताकि बच्चा कुपोषण से मुक्त हो सके। श्री खण्डेलवाल ने उपस्थित महिला बाल विकास विभाग की अधिकारियों, कार्यकर्ताओं से कहा कि कुपोषण दूर करने के लिए सामुदायिक सहभागिता आवश्यक है। आप प्रेरक बने, प्रयत्न करें, सफलता जरुर मिलेगी।

यह थे मौजूद

इस अवसर पर कलेक्टर गोपालचन्द्र डाड, महिला बाल विकास अधिकारी विनीता लोढा, सुपरवाईजर, पर्यवेक्षक तथा आंगनवाडी कार्यकर्ता उपस्थित थी।

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