एक स्वर में लिया संकल्प : धर्म गुरुओं की उपस्थिति में नशे के विरुद्ध जन आंदोलन

🔲 नशामुक्त भारत अभियान के तहत हुई कार्यशाला

🔲 प्रत्येक धर्म जन नशे के विरुद्ध लड़ाई में आगे आए : धर्म गुरुओं का आह्वान
हरमुद्दा
रतलाम 07 जनवरी। सभी धर्म गुरुओं की उपस्थिति में नशे के विरुद्ध जन आंदोलन के लिए सभी जनों द्वारा एक स्वर में संकल्प लिया गया। समाज से नशे की बुराई को मिटाने के लिए एकजुट होकर कार्य करेंगे। कार्यशाला में धर्मगुरुओं ने अपने विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि प्रत्येक धर्म जन नशे के विरुद्ध लड़ाई में आगे आए। समाज से नशे की बुराई को समाप्त करें, खासतौर पर युवाओं को नशे में लिप्त होने से रोके।

नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में गुरुवार को संपन्न हुई।

प्रत्येक धर्म नशे के खिलाफ समाज को करता है जागरूक : ज्ञानी मानसिंह

ग्रंथी ज्ञानी मानसिंह ने कहा कि प्रत्येक धर्म नशे के खिलाफ समाज को हर समय जागरूक करता है। समाजजनों को चाहिए कि नशे के विरुद्ध लड़ाई में सदैव जागरूकता रखते हुए कार्य करें।

बुराई की ओर ले जाता है नशा : महंत पुष्पराज

महंत पुष्पराज रामस्नेही ने कहा कि नशा व्यक्ति को बर्बाद करता है, उसे बुराई की ओर ले जाता है। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि वह नशे से बचें, दूसरों को भी जागरूक करें।

व्यक्तिगत संपर्क से रोके नशा करने वालों को : काजी आसिफ अली

काजी आसिफ अली ने कहा कि नशे के विरुद्ध प्रभावी लड़ाई एवं जागरूकता के लिए आवश्यक है कि शासन, प्रशासन के साथ आम आदमी भी अपने व्यक्तिगत संपर्कों द्वारा दूसरो को नशा करने से रोके। रतलाम में नशामुक्ति केंद्र भी स्थापित हो। ब्रम्हाकुमारी सुश्री सीमा दीदी ने भी नशे के विरुद्ध जनजागरूकता के संबंध में प्रेरक विचार व्यक्त किए। आर्ट ऑफ लिविंग के रविंद्र ने भी अपने विचार रखे।

जीवन का क्षेत्रों है नशा : श्री मईडा

जिला पंचायत प्रधान परमेश मईडा ने कहा कि नशा जीवन का शत्रु है, नशा जीवन के लिए जहर है। हम सबको मिलकर सामूहिक प्रयासों से अपनी युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाना होगा।

परिवार की तरक्की में पिछड़ जाता है नशा करने वाला : कलेक्टर

कलेक्टर गोपालचंद्र डाड ने कहा कि नशा एक ऐसी बुराई है जिससे गरीबी आती है, स्वास्थ्य खराब होता है। परिवार तरक्की की दौड़ में पिछड़ जाता है। व्यक्ति का मस्तिष्क विकृत हो जाता है। इस दिशा में बच्चों के पालकों को खासतौर पर ध्यान देने की जरूरत है, पालक युवा पीढ़ी की संगत का ध्यान रखें। कलेक्टर ने कहा कि नशामुक्ति के लिए सबसे पहले आवश्यक है कि नशीली वस्तुओं की डिमांड खत्म हो, डिमांड नहीं होगी तो सप्लाई भी रुक जाएगी।

पुलिस तथा प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता बहुत जरूरी : पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने कहा कि नशे के विरुद्ध कार्यशाला एक अच्छी पहल है। बुराई को मिटाने के लिए नशा मुक्ति को जनांदोलन का रूप देना होगा। पुलिस तथा प्रशासन के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि नशा करके वाहन चलाना अधिकतर वाहन दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण है।

मदद के लिए कर सकते संपर्क : साबिर अहमद

कार्यशाला में अपर जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव साबिर अहमद खान ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण लंबे समय से नशा मुक्ति की दिशा में कार्य कर रहा है। प्राधिकरण के माध्यम से नशा पीड़ितों की मदद की जा रही है। जिसे भी मदद की आवश्यकता है वह संपर्क कर सकता है।

नशे के कारण होते हैं परिवार बर्बाद : गोविंद काकानी

समाजसेवी गोविंद काकानी ने कहा कि नशे की बुराई को जड़ से समाप्त करना जरूरी है, हमने कई परिवारों को नशे के कारण से बर्बाद होते हुए देखा है। नशा किया हुआ व्यक्ति 72 घंटे तक रक्तदान नहीं कर सकता है। इस संदर्भ में उन्होंने उदाहरण दिया कि किस प्रकार विगत समय में एक युवा को रक्त की तत्काल आवश्यकता थी। ब्लड ग्रुप उसके पिता के ब्लड ग्रुप से मिलता था परंतु उस समय शराब का सेवन करने के कारण पिता रक्तदान नहीं कर सका था। सीईओ जिला पंचायत संदीप केरकेट्टा ने भी अपने विचार रखे।

रतलाम देश का पहला जिला है जहां नशे के विरुद्ध ली जा रही ऑनलाइन शपथ 

कार्यशाला में बताया गया कि नशा मुक्ति के संदर्भ में वेबसाइट https://pledge.mygov. in/drug-free-mp-india/ पर ऑनलाइन नशे के विरुद्ध शपथ ली जा सकती है। रतलाम देश का पहला जिला है जहां नशे के विरुद्ध ऑनलाइन शपथ ली जा रही है। वेबसाइट पर सर्टिफिकेट भी जनरेट हो जाता है। कार्यशाला में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। कार्यशाला का आयोजन सामाजिक न्याय विभाग द्वारा जन अभियान परिषद के समन्वय से किया गया। कार्यशाला का संचालन रत्नेश विजयवर्गीय ने किया। आभार उपसंचालक पी.एस. चौहान ने माना।

कैलेंडर का किया विमोचन

कार्यशाला में जन अभियान परिषद से जुड़ी नवांकुर प्रस्फुटन समितियों के सदस्य, लायंस क्लब, नांदी फाउंडेशन, गायत्री परिवार, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट, आर्ट ऑफ लिविंग, जन शिक्षण संस्थान, जैन सोशल ग्रुप, रोटरी क्लब आदि संस्थाओं से जुड़े व्यक्ति मौजूद थे। कार्यशाला में नशा मुक्ति पर आधारित कैलेंडर का विमोचन भी किया गया।

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