विश्व कल्याण की भावना के साथ हुई 67 वें महारुद्र यज्ञ की हुई पूर्णाहुति, धर्मालु ने लगाए जयकारें
🔲 68 वां महारुद्र यज्ञ होगा 24 दिसंबर 2021 से 3 जनवरी 2022 तक
हरमुद्दा
रतलाम, 15 जनवरी। विश्व कल्याण की कामना के साथ 67 वें महारुद्र यज्ञ की पूर्णाहुति धार्मिक उल्लास के साथ हुई। पूर्णाहुति के अवसर पर मौजूद धर्मालुओं ने यज्ञ नारायण के जयकारे लगाए। यज्ञ कुंड से स्पर्श करते हुए लच्छे को पकड़कर पूर्णाहुति में सहभागिता की। 68 वां महारुद्र यज्ञ 24 दिसंबर से 3 जनवरी तक होगा।
श्री सनातन धर्मसभा एवं महारूद्र यज्ञ समिति के तत्वावधान में त्रिवेणी तट पर चल रहे 67 वें महारुद्र यज्ञ का समापन यज्ञाचार्य पं. दुर्गाशंकर ओझा व 21 विद्वान पंडितों के मंत्रोच्चार के बीच हवन कुण्ड में घी की धारा के साथ पूर्णाहुति की।
पूर्णाहुति के लिए मंत्रोच्चार करते हुए यज्ञ आचार्य व अन्य
सोनी परिवार के सदस्यों ने भी दी घी की आहुति
पूर्णाहुति के अवसर पर यज्ञ के मुख्य यजमान कुंदन वीणा सोनी के परिजनों के अलावा रिश्तेदार भी शामिल हो गए। परिजनों ने बारी-बारी से आकर पूर्णाहुति में घी की आहुति दी। इसके साथ ही हेमाद्री स्नान, यज्ञार्चाय, भूदेव तथा यज्ञ के यजमान कुन्दन वीणा सोनी का सम्मान किया गया।
मुख्य यजमान सोनी परिवार के रिश्तेदार व अन्य
लच्छे को पकड़कर पूर्णाहुति में सहभागिता करते श्रद्धालु
मूंग की दाल का हलवा और आलू बड़े का जायका लिया लोगों ने
67 वें महारुद्र यज्ञ के अवसर पर इस बार कोरोना वायरस के नियमों के तहत नगर निगम के बैनर तले लगने वाला मेला निरस्त किया गया। खान-पान व खेल खिलौने की दुकान नहीं थी लेकिन धार्मिक महोत्सव में आने वाले लोगों के लिए परम पूज्य श्री रामचंद्र डोंगरे महाराज की स्मृति में लगे स्टाल लगाया, जहां काफी कम कीमत में देशी घी का मूंग की दाल का हलवा और आलू बड़े की व्यवस्था की गई थी। जिसका श्रद्धालुओं ने खूब लुत्फ उठाया। खासकर बुजुर्गजनों को मूंग की दाल का हलवा और आलू बड़े बहुत अच्छे लगे। उल्लेखनीय है कि रूद्र यज्ञ के दौरान उम्र दराज धर्मालु की मौजूदगी ही अधिकांश रहती है। कुछ युवा वर्ग भी रहते हैं लेकिन उनके उद्देश्य और भावनाएं अलग रहती है।
ललित विजय कुमार सोनी होंगे 68 वें यज्ञ के मुख्य यजमान
समिति अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य ने बताया कि 68 वां महारुद्र यज्ञ 24 दिसंबर 2021 से 3 जनवरी 2022 तक होगा। इसमें मुख्य यजमान ललीत कुमार विजय कुमार सोनी होंगे। डमी के रूप में यजमान जीवन पापटवाल का नाम प्रस्तावित है।
यह थे मौजूद
समिति संरक्षक कोमलसिंह राठौर, नवनीत सोनी, मनोज शर्मा, सतीश राठौड़, डॉ. राजेन्द्र शर्मा, बद्रीलाल परिहार, लालचंद टांक, रमेश व्यास, बंशीलाल शर्मा, गोपाल जवेरी, कपूर सोनी, हरसहाय शर्मा, गोपाल घुघंरूवाल, प्रेम उपाध्याय, सत्यनारायण पालीवाल, पूर्व पार्षद अशोक देवड़ा, महेश बाहेती, सतीश भारतीय, नरेन्द्र जोशी गुल्लु, पुष्पेन्द्र जोशी, ब्रजेन्द्र नंदन मेहता, बाबुलाल त्रिपाठी, रामचन्द्र पण्डया, चेतन शर्मा, नारायण राठौड़, सूरजमल टांक, संजय कसेरा, ईश्वर सिंह पवार, तेजराम प्रजापति, ताराबेन सोनी, राखी व्यास, हंसा व्यास, किरण सोनी, राधा पोरवाल, सरोज सोनी सहित बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष उपस्थित थे।
फोटो : मुकेश जोशी