राष्ट्रीय बालिका दिवस पर रतलाम की दो महिलाओं का सम्मान रविवार को भोपाल में
🔲 मिलेगा “सुपर हीरों” का सम्मान
🔲 13 साल की बालिका को जीजा के चंगुल से छुड़वाया था इन्होंने
🔲 आरोपी जीजा पर कानूनी हो पाई कार्रवाई
हरमुद्दा
रतलाम, 23 जनवरी। राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर रविवार को भोपाल में रतलाम की दो महिलाओं का सम्मान मुख्यमंत्री के हाथों किया जाएगा। महिला बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षक एहतेशाम अंसारी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बरखा खंडाला को यह सम्मान 13 साल की बालिका को जीजा के चंगुल से छुड़वाने के लिए दिया जाएगा।
महिला बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीता लोढ़ा ने हरमुद्दा को बताया कि नागदा के एक गांव से एक 13 साल की बच्ची को उसके दुष्कर्मी जीजा से छुड़ाकर रतलाम लाई। बच्ची को सुरक्षित लाने के साथ ही इसका और इसकी अन्य बहनों का जीवन संवारने में भी अहम भूमिका निभाई है।
पर्यवेक्षक एहतेशाम अंसारी
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बरखा खंडाला
मध्यप्रदेश में महिला सम्मान और सुरक्षा को लेकर इस तरह की संभवत: पहली कार्रवाई है, जो रतलाम में की गई थी। गत 11 जनवरी से महिला सुरक्षा और सम्मान को लेकर शासन स्तर से शुरू किए गए विशेष अभियान के दौरान कुछ पुरुष व महिलाओं को सुपर हीरों का दर्जा दिया गया था, जिन्होने अपने-अपने क्षेत्रों में महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा की थी, या उन्हे मुसीबतों से बचाया था।
यह हुई थी घटना
श्रीमती लोढ़ा ने बताया कि रतलाम निवासी एक युवती का विवाह नागदा के समीप किसी गांव में हुआ था। इधर रतलाम में रहने वाले इसके माता-पिता का निधन हो गया तो युवती अपनी दो बहनों को भी अपने पति के पास नागदा ही ले गई थी। इस दौरान पति ने चतुराई से युवती का रतलाम वाला घर भी बिकवा दिया था। नागदा जाने के बाद युवती को पता चला कि उसका पति इसकी छोटी बहन के साथ लगातार दुष्कर्म करता आ रहा है। इस जानकारी के बाद युवती ने रतलाम में पर्यवेक्षक और कार्यकर्ता को जानकारी दी। तब दो सदस्यों की टीम ने नागदा के बीहडऩूमा गांव से 13 साल की बेटी और बहन को अपनी जान पर खेल कर बाहर निकाला और रतलाम लाए। रतलाम में फिर पुलिस की मदद से आरोपित जीजा पर कानूनी कार्रवाई हो पाई थी। आज युवती और इसकी दोनो बहने सुरक्षित जीवन व्यतीत कर रही है।