कुष्ठ रोगियों को खोजने एवं उनके प्रति समाज में भेदभाव मिटाने का लिया संकल्प
🔲 कुष्ठ निवारण दिवस मनाया
हरमुद्दा
रतलाम, 30 जनवरी। महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर गांधीजी के चित्र पर माल्यार्पण कर नए कुष्ठ रोगियों को खोजने एवं कुष्ठ रोगियों के प्रति समाज में भेदभाव मिटाने का संकल्प लिया।
यह हुआ जिले में कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत का कुष्ठ निवारण दिवस के तहत आयोजित कार्यक्रम में।
जिला मुख्यालय पर सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने सभी को शपथ दिलाई।
जांच और उपचार से हो जाते हैं ठीक : डॉ. गौड़
जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. जी.आर. गौड ने बताया कि शरीर पर सुन्न दाग या धब्बा, तंत्रिकाओं में सूजन, पंजों में कमजोरी कुष्ठ रोग के सामान्य चिह्न हैं। इसकी तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल में जांच करानी चाहिए। कुष्ठ रोग का उपचार एमडीटी मल्टी ड्रग थेरेपी से किया जाता है और इसका समय पर पता लगने और उपचार कराने पर यह पूरी तरह ठीक हो जाता है। सामान्य रूप से 10 हजार की जनसंख्या पर एक या उससे कम कुष्ठ के मरीज मिलते हैं। इसलिए इसके रोगियों को जागरूक कराना आवश्यक है। समय पर जांच एवं उपचार कराने से कुष्ठ रोग पूरी तरह ठीक हो जाता है।
कार्यक्रम अंतर्गत जिले में विभिन्न सिविल अस्पतालों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर कार्यक्रम आयोजित कर कुष्ठ मिटाने का संकल्प लिया गया एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कुष्ठ रोग के संबंध में जानकारी प्रदान की गई।
यह थे मौजूद
कार्यक्रम के दौरान शरद शुक्ला, दीपक उपाध्याय, नवीन नागर, सी.एस. झाला, अजय शर्मा, सुश्री प्रियंका हेराल्ड एवं अन्य विभागीय अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।