श्रम संहिता को फाड़कर करवाया विरोध दर्ज
एम आर यूनियन ने मनाया विरोध दिवस
हरमुद्दा
रतलाम, 1 अप्रैल। एम आर यूनियन द्वारा अपने शास्त्री नगर स्थित यूनियन कार्यालय पर केंद्र सरकार द्वारा 44 श्रम कानूनों को 4 श्रम संहिता में समाहित करने पर सीटू के नेतृत्व में अखिल भारतीय विरोध दिवस के रूप में रतलाम में भी श्रम संहिता को फाड़कर विरोध दर्ज किया।
शाखा अध्यक्ष कॉमरेड अश्विनी शर्मा ने हरमुद्दा को बताया कि श्रम कानूनों में लगातार बदलाव कर इन्हें कॉरपोरेट परस्त बनाकर श्रमिकों का शोषण किया जा रहा है। सभी सदस्यो ने जोरदार नारेबाजी कर श्रम संहिता को फाड़कर विरोध दर्ज किया।
कुछ समय के लिए टाल दिया है फिलहाल
केंद्र सरकार ने देश के संघीय ढांचे (संविधान में श्रम कानूनों को बनाना और लागू करना हर राज्य का अधिकार है ) में हमला करते हुए,एक तरफा निर्णय (बैगैर श्रम संगठनों से चर्चा किये हुए) लेते हुए 44 श्रम कानूनों को चार संहिताओं में बदलने का गैर कानूनी काम किया है, जिसको 1 अप्रैल 2021 से लागू करना था, लेकिन देश के सभी श्रम संगठनों के संयुक्त विरोध की कार्रवाई के दबाब के चलते इसे कुछ समय के लिए टाल दिया गया हैं। ये खतरा अभी टला है लेकिन हटा नहीं है। कार्यक्रम को शाखा सचिव हरीश सोनी ने भी संबोधित किया। संचालन आमिर सोहेल कुरैशी ने किया। आभार कमलेश देशमुख ने व्यक्त किया।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर कॉम पुलकित जोशी, करन कुमार, विजय पंवार, वरुण सोलंकी, संतोष कुमार, चरण सिंह यादव, जमील खान, निखिल मिश्रा, संजय व्यास, पंकज गिरी आदि उपस्थित थे।