सम्पूर्ण विश्व में कमाल का होगा ‘कमलाकार’ नवकार मन्दिर’
🔲 सौराष्ट्र के अयोध्यापुरम तीर्थ में हुआ नवीनीकरण पूजन
🔲 करीब 18 साल में 7 करोड़ से अधिक बार हुए नवकार महामंत्र
🔲 नीलेश सोनी
भावनगर, 2 अप्रैल।जिनशासनरत्न बन्धु बेलड़ी पू.आ.श्री जिनचन्द्रसागरसूरी जी म.सा. एवं पू.आ.श्री हेमचन्द्रसागरसूरी जी म.सा. की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में सौराष्ट्र में संचालित अयोध्यापुरम तीर्थ में दुनिया का पहला ‘कमलाकार नवकार मन्दिर’ आकार लेने जा रहा है। महत्वपूर्ण बात यह है कि खिलते कमल के आकार वाले इस मन्दिर का जिस पावन भूमि पर नवीनीकरण होने जा रहा है, वहां पिछले करीब 18 साल में 7 करोड़ से अधिक नवकार महामंत्र के जाप हो चुके है।
मन्त्रोच्चार के साथ गूंजे थाली-डंका
शिलान्यास विधान प्रसंगे नवनिधि स्थापना, 9 शीलापूजन एवं नाभिनाल की स्थापना की गई। कार्यक्रम की शुरुआत लाभार्थी परिवार द्वारा स्नात्र पूजन, नवग्रह, दस दिग्ग्पाल, अष्ट मंगल पूजन के साथ हुई। विधिकारक मनीष भाई रहे। गुरुकुल के विधार्थियों की भावभक्ति के साथ संगीतकार निलेश भाई शाह राजकोट ने सम्पूर्ण माहौल को नवकारमय बना दिया। थाली-डंका-अक्षत के साथ लाभार्थी परिवार ने पूजन के विधान को पूर्ण किया। इस मंगल प्रसंग पर पू.सा.श्री नयपूर्णाश्रीजी म.सा.,पू.सा.श्री लक्षगुणाश्रीजी म.सा. एवं पू.सा.श्री कुवलयाश्रीजी म.सा.आदि विशाल श्रमण श्रमणी वृन्द की गरिमापूर्ण निश्रा रही।
विभिन्न स्थानों से आए समाजजन बने साक्षी, महामंत्र के जाप से नवकारमय
प्रारम्भिक पूजन के बाद अब अवसर था कमलाकार नवकार मन्दिर के लिए शिलान्यास विधान का। पू. आचार्य श्री के मार्गदर्शन में क्रमानुसार विधि विधान से नवनिधि स्थापना, 9 शीलापूजन एवं नाभिनाल की स्थापना की गई। कोई 35 मिनिट से अधिक समय तक चले इस कार्यक्रम के विभिन्न स्थानों से आए समाजजन साक्षी-सहभागी बने। आचार्य श्री बन्धु बेलड़ी द्वारा निरंतर नवकार महामंत्र का जाप करवाया गया। इसी स्थान पर कमलाकार नवकार मन्दिर का नवीनीकरण होना है।
18 साल में 7 करोड़ से अधिक जाप
इस अवसर पर आचार्यश्री ने हितोपदेश एवं मांगलिक फरमाते हुए बताया कि आज से 18 साल पहले जब इस पवित्र धर्मधरा पर अयोध्यापुरम तीर्थ की स्थापना की गई थी, तभी से यंहा नवकार महामंत्र का जाप किया जाता रहा है। 18 साल से अधिक के अन्तराल में यहां कोई 7 करोड़ से अधिक नवकार जाप हो चुके है, जो किसी एक स्थान पर सर्वाधिक जाप का अपने आप में एक कीर्तिमान ही है। करोड़ो जाप से चेतनावंत-उर्जावंत तीर्थ भूमि पर अब इसी स्थान पर वर्तमान नवकार मन्दिर में स्थान पर ‘कमलाकार नवकार मन्दिर’ का नवीनीकरण किया जा रहा है। जिसका निर्माण इसी वर्ष में पूर्ण होगा। दुनिया में अपने तरह का यह कमलाकार नवकार मन्दिर स्थापत्य की दृष्टी से अनूठा ही होगा, जंहा आराधक महामंत्र की आराधना करेंगे।
लाभार्थी परिवार का अनुमोदना स्वरूप बहुमान
शिलान्यास विधान के पश्चात लाभार्थी परिवार श्री दिनेश भाई शाह,जगनाथ प्लाट जैन संघ प्रमुख, राजकोट, मयंक शाह, नारायणपूरा जैन श्री संघ अग्रणी, अहमदाबाद, मोहन भाई मालू – मार्गरक्षा ट्रस्ट, अहमदाबाद, नवकार आराधक आशीष भाई, जिनदास भाई, श्रीकुमार पाल भाई परिवार, सविता बेन शांतिभाई शाह, सुरेश भाई, जीतू भाई, स्नेह बेन आदि परिवार भावनगर (नाभिनाल लाभार्थी) का तीर्थ ट्रस्ट की ओर से ट्रस्टीवर्य जयंत भाई मेहता, श्रीवाग जी भाई सूरत एवं प्रबंधक श्री अतुल भाई ने आदि ने शाल, श्रीफल एवं प्रतीक चिह्न भेंट कर बहुमान किया।
ऐसा नवकार मन्दिर कहीं भी नहीं
कमलाकार नवकार मन्दिर के दिव्य स्वप्न को साकार स्वरूप करने का जिम्मा अहमदाबाद की हार्दिक कंस्ट्रक्शन को सौपा गया है। आर्किटेक्ट हार्दिक शाह ने हरमुद्दा को बताया कि राजस्थान के मकाराना के प्रसिद्ध रेड स्टोन से नवकार मन्दिर का निर्माण हो रहा है। 35 बाय 35 फीट का होगा जिसकी ऊंचाई कोई 40 फिट से अधिक होगी। गर्भ गृह 15 फिट बाय 15 फिट का होगा। उनका दावा है कि देश में इसके पहले किसी देरासर में पत्थर का कमलाकार नवकार मन्दिर नहीं बना है।