सीआरपीएफ नीमच में 596 नवारक्षियों की हुई दीक्षांत परेड
हरमुद्दा
नीमच 1 अप्रैल। रंगरूट प्रशिक्षण केंद्र केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल नीमच में बैच संख्या 255 (मध्य प्रदेश पुलिस-विशेष सशस्त्र बल) के कुल 596 नवारक्षियों के बुनियादी प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर सोमवार को भव्य दीक्षांत समारोह हुआ। आयोजन के मुख्य अतिथि भा.पु.से. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मिलिंद कानस्कर,
आर्म्ड पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, (आर.ए.पी.टी.सी.)इंदौर के ,रुस्तमजी के आतिथ्य में हुआ। अतिथियों ने नवारक्षियो को शपथ दिलवाई गई।
इस मौके पर प्राचार्य सीटीसी बीएस चौहान, आईजीपी नीमच अशोक साम्याल, डीआईजीपी रंगरूट प्रशिक्षण केंद्र नीमच, डी.आई.जी.पी. राजीव रंजन कुमार ग्रुप सेंटर-नीमच तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मुख्य अतिथि मिलिंद कानस्कर के आगमन पर परेड द्वारा सलामी देकर उनका अभिवादन किया एवं परेड कमांडर संजीव कुमार, सहायक कमान्डेंट द्वारा रिपोर्ट दी गयी। दीक्षांत समारोह में नवारक्षियो का जोश एवं वेश–भूषा उच्च दर्जे की थी।
तालियों से उत्साहवर्धन
समारोह में बाहर से पधारे हुए अतिथियों ,नवारक्षियो के परिवारजनों ,सम्मानित महिलाओं ,बच्चों तथा स्टाफ का उत्साह एवं तालियों की करतल-ध्वनी से परेड कर रहे नवारक्षियो में और भी जोश एवं उत्साह देखने लायक था।
दिलाई शपथ
उसके पश्चात नवारक्षियो को मुख्य प्रशिक्षण अधिकारी, कमान्डेंट भूपेंदर सिंह रावत द्वारा शपथ दिलवाई गई।डी.आई.जी.पी. रंगरूट प्रशिक्षण केंद्र–नीमच श्री अशोक साम्याल, के द्वारा स्वागत भाषण दिया गया।
किया सम्मान
मुख्य अतिथि द्वारा प्रशिक्षण के दौरान सभी विषयों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले नवाराक्षी, सिपाही, जीडी राजेशकुमार को आल-राउंड बेस्ट , सिपाही, जीडी अवधेश सिंह को आउटडोर बेस्ट , सिपाही, जीडी योगेन्द्सिंह तोमर को इंडोर-बेस्ट तथा सिपाही, जीडी दिलीप सिंह पंवार को बेस्ट फायरर की ट्राफी तथा प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया गया ।
निभाएंगे एक महत्वपूर्ण भूमिका
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री कानस्कर व रुस्तमजी ने सभी नवारक्षियो को पास-आउट होने के साथ मध्य प्रदेश पुलिस-विशेष सशस्त्र बल में शामिल होने पर शुभकामनाएं दी और बताया कि इस विशेष सशस्त्र बल की प्रारम्भिक रचना वर्ष 1904 में कुशल,दिलेर और जुझारू 100 सिपाहियों का दल होते हुए, वर्ष 1950 में 05 यूनिट के रूप में तथा वर्तमान तक मध्य प्रदेश में विशेष सशस्त्र बल की कुल 22 बटालियन के रूप में विभिन्न जिलो में पदस्थ होने तक का सफ़र तय किया है ।
इस विशेष सशस्त्र बल ने भारतवर्ष की आजादी के उपरान्त हैदराबाद के निज़ाम का भारतवर्ष में विलय कराने सम्बंधित पुलिस कार्यवाही, पाकिस्तान से भेजे हथियारबंद आतंकवादियों से जम्मू और कश्मीर घाटी की सुरक्षा ,मणिपुर, आसाम तथा नागालैंड में नागा विद्रोहियों के खिलाफ प्रति- विद्रोहिता ऑपरेशन ,चम्बल के बीहड़ो में सक्रिय डकैत गिरोहों के खिलाफ दस्यु-उन्मूलन कार्यवाही तथा मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलो में फैले साम्प्रदायिक दंगो को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । वर्तमान में यह विशेष सशस्त्र बल सभी प्रकार की नागरिक सुरक्षा, दस्यु उन्मूलन ,नक्सल उन्मूलन ,प्रदेश के कई प्रतिबंधित संगठनों जैसे सिमी आदि के उन्मूलन के साथ-साथ सभी प्रकार के सामाजिक , धार्मिक त्यौहारों व प्रदेश के विभिन्न प्रान्तों में सभी प्रकार के कर्तव्यो का निष्पादन कर रही है। उन्होंने इन नवाराक्षियो को रंगरूट प्रशिक्षण केन्द्र, नीमच द्वारा दिये गये उच्च स्तरीय प्रशिक्षण हेतु प्राचार्य रंगरूट प्रशिक्षण केन्द्र ,नीमच का आभार व्यक्त किया और आशा की है, कि इस उच्च दर्जे के प्रशिक्षण के माध्यम से सभी अपने प्रदेश मे कर्तव्यों का पालन निष्पक्ष भाव, लगन तथा परिश्रम से करेंगे और अपने प्रदेश में शांति बहाली व सुरक्षा का वातावरण बनाये रखने मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने सभी नवारक्षियो व उनके परिवारजनों को हार्दिक शुभकामनाएं दी तथा सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की। आभार उप.कमान्डेंट हंसराज मीणा ने माना।