विधवा महिला के अंधे कत्ल का मामला : 24 घंटे के भीतर पुलिस की गिरफ्त में आरोपी, लूट की नियत से की गई हत्या
हरमुद्दा
रतलाम, 23 अप्रैल। बीती रात रतलाम शहर में हुए विधवा महिला के हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की मुस्तैदी से 24 घंटे में ही अंधे कत्ल का पर्दाफाश हो गया। आरोपी ने हत्या लूट की नीयत से की।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार की रात को सुंदरवन कॉलोनी में रहने वाली 55 वर्षीय रामूबाई जोशी के घर में घुसकर अज्ञात आरोपी ने हत्या कर दी। मृतिका रामूबाई अपने पति की मृत्यु के बाद से घर में अकेली रहती थी। घटना की सूचना मिलने पर औद्योगिक थाना पुलिस और एफएसएल के अधिकारी मौके पर पहुंचे।घटनास्थल की जांच कर शव को जिला अस्पताल पहुंचाया है। वारदात के पुलिस मामले की छानबीन में जुट चुकी थी।
मुश्किल हो रहा था हत्या के कारणों का पता लगाना
पुलिस के अनुसार प्रथम दृष्टिया घटना स्थल व मृतिका के शरीर के अवलोकन से हत्या का उदेश्य लूट करना प्रतीत हो रहा था परंतु महिला के पास कितने गहने, नगद राशि या अन्य संपत्ति कि जानकारी कोई भी उपलब्ध नहीं कर पा रहा था, जिस कारण हत्या के कारण का सही कारण पता लगा पाने मे मुश्किल हो रही थी ।
किया टीम का गठन
प्रकरण की गंभीरता देखते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी द्वारा अति पुलिस अधीक्षक (सिटि) डॉ. इंद्रजीत बकलवार के मार्गदर्शन मे नगर पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान के नेतृत्व में थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र रतलाम निरीक्षक नीरज सारवान, थाना प्रभारी माणक चौक निरीक्षक अय्युब खान की टीम का गठन किया।
रात 1:30 बजे आरोपी पहुंचा था उपचार करवाने अस्पताल
टीम द्वारा सरगर्मी से आरोपी की तलाश करना प्रारम्भ किया। मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति घायल अवस्था मे अस्पताल में रात मे 1:30 बजे उपचार के लिए आया है, जो संदेहास्पद प्रतीत होने से उक्त व्यक्ति की तलाश प्रारम्भ की। अस्पताल के आस पास लगे CCTV कैमरा व साइबर सेल कि सहायता से उक्त व्यक्ति अनिल पिता गोपीलाल पांडे उम्र 25 वर्ष निवासी नवचेतन कालोनी रतलाम को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई।
सख्ती से पूछताछ पर जुर्म कबूला
अनिल से पूछताछ मे कोई संतोष जनक उत्तर नहीं दिया गया एवं पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया गया। बाद आरोपी से साक्ष्य के आधार पर सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा जुर्म करना स्वीकार किया ।
गहने लूटने के लिए बनाई हत्या की योजना
आरोपी अनिल द्वारा पूछताछ में बताया गया कि आरोपी पर कर्ज था। आरोपी को बीसी के पैसे भरने थे। इसके लिए आरोपी को पैसे की आवश्यकता थी, जिस कारण आरोपी द्वारा गहने लूटने के लिए हत्या की योजना बनाई ।
घटना के पहले आरोपी ने की 10 दिन रेकी
आरोपी द्वारा मृतिका के घर की करीब 10 दिनो तक रेकी की गई, मृतिका के घर आने जाने व शरीर पर पहने हुए गहनों का आंकलन किया। गुरुवार को मौका पाकर आरोपी मृतिका के घर मे चाकू लेकर घुस गया व महिला पर चाकू से कई वार किए जिसे महिला की मृत्यु हो गई। घटना के बाद आरोपी द्वारा मृतिका के शरीर पर पहने गहने निकाल लिए, जिसमे चार चूड़ी, कान के झुमके थे। घटना घटित करने मे आरोपी को भी चाकू से वार करते समय शरीर व हाथो मे चोट आई है ।
आरोपी के घर से जेवर किए बरामद
मामले में आरोपी गिरफ्तारी की निशा देही से आरोपी के घर से मृतिका के जेवर जब्त किए। पुलिस ने आरोपी के पास से घटना में उपयोग किया गया चाकू और खून लगे हुए कपड़े भी बरामद किए गए है।
खुलासा करने में इनकी रही सराहनीय भूमिका
अंधे कत्ल का 24 घंटे के भीतर खुलासा करने में नगर पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान के नेतृत्व में नीरज सारवान, अय्युब खान, उप निरीक्षक जितेन्द्रसिंह कनेश, उप निरीक्षक प्रमोद राठौर, उप निरीक्षक आर. के. चौहान, सहायक उप निरीक्षक कवलजितसिंह, प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, हितेन्द्रसिंह, गोपाल बारूपाल, आरक्षक शोभाराम शर्मा, हिम्मतसिंह, संदीप चौहान, दीपकसिंह, लोकेन्द्र सोनी, दिनेश धनगर, पंकज बारिया, हेमराज, संजय, विनोद सिंगार, विपुल भावसार का सराहनीय योगदान रहा।