शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में रतलाम होम्योपैथी ने बनाई विशिष्ट पहचान: डॉ. शर्मा
हरमुद्दा
रतलाम, 10 अप्रैल।होम्योपैथी चिकित्सा के जनक विश्व होम्योपैथी दिवस विश्व होम्योपैथी दिवस के रूप में डिस्ट्रिक्ट होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज काटजू नगर पर समारोहपूर्वक मनाया गया। समाज को स्वस्थ्य बनाने के उद्देश्य से होम्योपैथी चिकित्सा का जन जन को लाभ देने का संकल्प लिया गया। डॉ. डी.एन.पचौरी सभागृह पर आयोजित कार्य्रकम में मुख्य अतिथि योग चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि निरोगी समाज की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में होम्योपैथी चिकित्सा के जनक डॉ. हैनीमेन का योगदान अतुलनीय और अद्वितीय है। डॉ. हैनीमेन ने होम्योपैथी चिकित्सा के माध्यम को समाज को सरल, सहज और सस्ती चिकित्सा सुविधा की अभिनव सौगात दी है।
स्वस्थ्य समाज का संकल्प
उन्होंने कहा का डॉ. हैनीमेन के स्वस्थ्य समाज के संकल्प को पूर्ण करने में सहभागी बनते हुए मेरे दिवंगत पिता डॉ. एसएम शर्मा ने मालवा अंचल में 1980 के दशक में सर्वप्रथम होम्योपैथी चिकित्सा और शिक्षा के समन्वित प्रकल्प डिस्ट्रिक्ट होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज और श्रद्धा हॉस्पिटल की शुरुआत की थी। आज जो होम्योपैथी शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है। यहां से निकले होनहार होम्योपैथी चिकित्सक देश दुनिया में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।
26 से शिविर
डॉ. शर्मा ने कहा कि हमारा संकल्प है कि उनके सद्प्रयास को आगे बढाते हुए जन जन को लाभान्वित करें। इसी उददेश्य को लेकर हम आयुष ग्राम बन्जली में लगातार निशुल्क आवासीय योग चिकित्सा विज्ञान शिविर का आयोजन कर रहे है। जहां होम्योपैथी, आयुर्वेदिक सहित अन्य चिकित्सा पद्धतियों से मरीजो को सम्पूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर रहे है। इस माह यह शिविर 26 से 30 अप्रैल तक होगा।
किया दीप प्रज्ज्वलन
इसके पूर्व कार्यक्रम के आरम्भ में डॉ. हैनीमेन के चित्र पर डॉ. राजेश शर्मा, ट्रस्टी डॉ. श्रीमती एमबी शर्मा, डॉ. श्रीपति झा, डॉ. ममता खरे, डॉ. उमाशंकर कानूनगो आदि ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया। संचालन उपप्राचार्य डॉ. सोनिया भटनागर ने तथा आभार प्राचार्य डॉ. भरत पटेल माना। शहीद सैनिकों को आर्मी केप लगाकर नमन किया गया। होम्योपैथी कॉलेज ने विधार्थियों ने नाट्य मंचन किया। कार्य्रकम संयोजन ज्योति गजभिय, शिल्पा मेहकरकर का रहा।