शिक्षित बन संगठित होकर करों संघर्ष: चौहान
हरमुद्दा
रतलाम, 14 अप्रैल। भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने तीन सूत्र दिए पहला शिक्षित बनो। संगठित हो एवं संघर्ष करो। यह विचार अपाक्स अध्यक्ष एसएल चौहान ने व्यक्त किए।
श्री चौहान बाबासाहेब के जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर रमेश कटारिया ने कहा कि बाबा साहेब के विचारों से उर्जा मिलती है। वीएल बुज ने कहा की अस्पृशता के अभिशाप से बाबा साहब ने मुक्ति दिलवाई। श्रीमती कान्ता निनामा ने कहा कि बल अंगुली में में नहीं, मुठ्ठी में होता है अत: एकता सबसे अधिक महत्वपूर्ण है, जो देश को जोड़ती है बतलाया और बाबा साहब के पदचिन्हों पर चल कर प्रगति कि जाना चाहिए। चंद्रशेखर लश्करी ने कहा कि बाबा साहेब के संस्कार के समय एक पांव रखने के लिए मुंबई में स्थान नहीं मिल पाया। पूरा भारत उमड़ पढ़ा। उस समय का विवरण देते हुए कहा कि उनके निवास पर एकत्रित की हुई कोई राशि नहीं मिली। ऐसे त्यागी महामानव थे बाबा साहेब। कार्यक्रम में सैलाना अध्यक्ष गोवर्धन बिलवार, बीएल बिन्दोरिया, वीसी पाटीदार, बीएल भूरिया, बद्रीलाल निनामा, सतीश परमार, शान्तु, एसएस भिड़े, सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरम्भ में सभी सदस्यों ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नारे लगाए।
मतदान की ली शपथ
कायर्क्रम समापन के पूर्व सभी सदस्यों को महामंत्री वीसी पाटीदार ने मतदान करने की शपथ दिलवाई। आभार गोविन्द चौधरी ने माना।