जन आशीर्वाद यात्रा विवादों के घेरे में : इंदौर में घोड़े को भगवा व हरा रंगने व कमल चिह्न बनाने के मुद्दे ने पकड़ा तूल, प्रकरण दर्ज
घोड़े को इस तरह इस्तेमाल करना पशु प्रेमियों को नागवार गुजरा
हरमुद्दा
इंदौर, 20 अगस्त। जनाधार बढ़ाने के उद्देश्य से बीजेपी के नए मंत्री अपने अपने राज्यों में जन आशीर्वाद यात्राएं निकाल रहे हैं लेकिन अब यह यात्राएं विवादों के घेरे में नजर आ रही हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वागत में जन आशीर्वाद यात्रा का आयोजन किया गया था। इस यात्रा में समर्थकों के साथ एक घोड़ा भी नजर आ रहा था, जोकि भगवा व हरे रंग से रंगा गया था, इसे लेकर अब नया विवाद पैदा हो गया। रैली में घोड़े को इस तरह इस्तेमाल करना पशु प्रेमियों को नागवार गुजरा। इसे मुद्दा बनाते हुए घोड़े को रंगे जाने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के जन आशीर्वाद यात्रा संचालकों के खिलाफ इंदौर के संयोगितागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिंधिया की रैली में एक घोड़ा हरा व भगवा रंग में सबका ध्यान अपनी तरफ खींच रहा था। घोड़े की पीठ पर भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिह्न कमल को बनाया गया था। साथ ही उसकी पीठ को हरे रंग से रंगा गया था। रैली में घोड़े को इस तरह इस्तेमाल करना पशु प्रेमियों को नागवार गुजरा। उन्होंने इसको लेकर आपत्ति जताई और इसे पशु के साथ की गई क्रूरता करार दिया।
भाजपा पूर्व पार्षद ने बुलाया था घोड़ा
भाजपा के पूर्व पार्षद रामदास गर्ग ने इस घोड़े को बुलवाया था, आपत्ति दर्ज कराने वाले पशु प्रेमियों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी अपने सियासी फायदे के लिए पशुओं का इस्तेमाल भी कर डाला। पीपुल्स फॉर एनीमल नाम की संस्था ने इस पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए इसे पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम 1960 का उल्लंघन बताया और रैली संचालकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।