बच्चों एवं गर्भवती के पोषण में आयुष पद्धतियों का बताया महत्व
1 min readहरमुद्दा
रतलाम, 11 सितंबर। आयुष एवं महिला बाल विकास विभाग के संयुक्त समन्वय से “राष्ट्रीय पोषण माह” के द्वितीय सप्ताह कीे थीम पोषण के लिए योग और आयुष के अंतर्गत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। बच्चों एवं गर्भवती के पोषण में आयुष पद्धतियों का महत्व बताया।
आयुष औषधालय हतनारा के अनिल मेहता ने हरमुद्दा बताया कि संचालनालयआयुष भोपाल एवं डॉ हँसा बारिया संभागीय अधिकारी उज्जैन के निर्देश पर जिला आयुष अधिकारी डॉ बलराजसिंह चौहान के मार्गदर्शन में शनिवार को “राष्ट्रीय पोषण माह” के अंतर्गत ग्राम भीलों की खेड़ी(सैलाना) की आंगनवाड़ी क्रमांक 01 एवं 02 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ, किशोरी बालिकाओं बच्चों एवं गर्भवती के पोषण में आयुष पद्धतियों का महत्व बताया गया, साथ ही गर्भवती द्वारा किए जाने वाले योग एवं आहार- विहार की जानकारी डॉ रमेश कटारा द्वारा दी गई।