इंदौर में भाजपा के उम्मीदवार शंकर लालवानी
हरमुद्दा
दिल्ली, 21 अप्रैल।भाजपा ने उम्मीदवारों की नई सूची जारी कर दी है। मध्यप्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट से शंकर लालवानी को टिकट मिला है। लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इंदौर लोकसभा सीट से लालवानी को अपना उम्मीदवार बनाया है। इंदौर सीट पर भाजपा की नेत्री और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के चुनाव न लड़ने की बात के बाद से असमंजस की स्तिथि बानी हुई थी। भाजपा में उमीदवार शंकर लालवानी का मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी से होगा।
लंबा इंतजार
इंदौर सीट पर भाजपा पिछले आठ लोकसभा चुनाव से लगातार जीतती आ रही है और भाजपा की प्रबल दावेदार भी थी। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद आज रविवार को भाजपा ने इंदौर के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी।
भाई को हराया बने पार्षद
भारतीय जनता पार्टी में कुछ नेता ऐसे रहे हैं जिनका नाम कभी फीका नहीं पड़ा। इन्हीं नेताओं की फेहरिस्त में आता है शंकर लालवानी का नाम। साल 1993 में विधानसभा क्षेत्र-4 से लालवानी को भाजपा अध्यक्ष का कार्यभार मिला। इसके तीन साल बाद 1996 में हुए नगर निगम चुनाव में उन्हें जयरामपुर वार्ड से टिकट मिला था। इसमें उन्होंने अपने भाई और कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश लालवानी को हराया और पार्षद बने।
सभापति जैसे महत्वपूर्ण पद का कार्यभार संभाला
डॉ. उमाशशि शर्मा के महापौर (मेयर) कार्यकाल में लालवानी ने सभापति जैसे महत्वपूर्ण पद का कार्यभार संभाला। वह तीन बार पार्षद रहे लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। हालांकि, कुछ समय बाद पार्टी ने उन्हें नगर अध्यक्ष बना दिया। नगर अध्यक्ष के पद पर रहते हुए ही उन्हें इंदौर नगर निगम प्राधिकरण की जिम्मेदारी दी गई थी। इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे लालवानी का मुकाबला कांग्रेस के पंकज संघवी से होना है।
भाजपा ने जताया भरोसा
इंदौर सीट भाजपा के लिए खासी महत्वपूर्ण है। इस सीट पर भाजपा पिछले आठ लोकसभा चुनाव लगातार जीतती आई है। इस बार लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के इस सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इस सीट से मुख्य दावेदार माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने भी इस सीट से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। अब भाजपा नेतृत्व ने इस सीट से शंकर लालवानी पर भरोसा जताया है।