कलेक्टर की नई पहल : अंतरराष्ट्रीय बाजार को उपलब्ध कराएंगे जिले के किसानों
अग्रणी कंपनी के साथ हुई किसानों की बैठक
हरमुद्दा
रतलाम 18 सितंबर। जिले के किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराने के लिए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम द्वारा एक नई पहल की गई है। किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिले, फसल की ब्रांडिंग हो, प्रमाणीकरण किया जा सके। निर्यात के व्यापक द्वार खुले, विश्व के किसी भी बाजार में रतलाम जिले का किसान अपनी फसल बेच सके, इसके लिए कलेक्टर द्वारा वैश्विक क्षेत्र में अग्रणी कंपनी देहात इंडिया के प्रतिनिधियों के साथ रतलाम जिले के प्रगतिशील किसानों की बैठक आयोजित की गई।
रतलाम ग्रामीण क्षेत्र के 15 से 20 गांवों के लगभग 75 किसान बैठक में मौजूद थे। कलेक्टर ने कहा कि रतलाम जिले के किसानों को अभी लोकल या वन-टू-वन मार्केट उपलब्ध है। प्रशासन जिले के किसानों को सिस्टमैटिक ढंग से अन्तरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराना चाहता हैं जहां उनकी फसलों को वाजिब मूल्य मिल सके। जिला प्रशासन देहात इंडिया एवं इसके जैसी अन्य अग्रणी कंपनियों के साथ किसानों का समन्वय करवाकर जिले में पैदा होने वाली फसलों को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराना चाहता हैं।
मिले ऐसा अवसर ताकि मूल्य मिले मन जैसा
कलेक्टर ने कहा कि रतलाम जिले में प्रचुर मात्रा में उद्यानिकी एवं कृषि उपज पैदा की जाती है परंतु किसान के पास ऐसा अवसर होना चाहिए कि उसे अपनी सुविधा के अनुसार बाजार मूल्य मिल सके। किसानों को पश्चिम महाराष्ट्र के किसानों जैसी वैश्विक बाजार की सुविधा उपलब्ध हो सके। ज्यादा से ज्यादा निर्यात अवसर मिले, अच्छी कीमत मिले। जिले की फसलों को प्रमाणीकरण मिले उनकी ब्रांडिंग हो जिले के ग्राम रियान की लहसुन को जीआई टैग दिलाने के लिए प्रशासन प्रयासरत हैं।
किसानों तथा बाजार के मध्य प्लेटफार्म के रूप में कार्य करती है कम्पनी
इस दौरान मौजूद देहात इंडिया कंपनी के प्रतिनिधि हरेंद्र सिंह तथा श्याम सुंदर ने कंपनी के संबंध में किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि कम्पनी द्वारा किसानों को मार्गदर्शन दिया जाता है। अन्तरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराया जाता है, जहां उनको फसल का अच्छा मूल्य प्राप्त हो सकता है। किसानों तथा बाजार के मध्य कम्पनी प्लेटफार्म के रूप में कार्य करती है।
फसल का वाजिब मूल्य लेने के लिए करेंगे बाजार का चयन
कंपनी प्रतिनिधियों तथा जिले के प्रगतिशील किसानों के मध्य हुई चर्चा के बाद कलेक्टर ने कहा कि अब जिले का किसान बदलते परिवेश में खुद तय करेगा कि उसे अपनी फसल के वाजिब मूल्य हेतु कौन से बाजार का चयन करना है। किस समय फसल को बेचना है। इससे जिले का किसान और समृद्ध होगा। कलेक्टर ने कहा कि देहात के अलावा और भी अग्रणी कंपनियों की सेवाओं का लाभ जिले के किसानों को दिलवाने के लिए प्रशासन प्रयासरत हैं।
यह थे मौजूद
बैठक में उपसंचालक कृषि विजय चौरसिया, संचालक उद्यानिकी पी.एस. कनेल भी उपस्थित थे। इस दौरान चर्चा में ग्राम सिमलावदा के प्रगतिशील किसान बिहारीलाल पाटीदार, ग्राम रियावन के कपिल धाकड, बिलपांक के धन्नालाल पाटीदार, बिरमावल के मोहनलाल पाटीदार, ग्राम नौगांवा के ओमप्रकाश पाटीदार, बांगरोद के खेमचंद धाकड़ आदि किसानों ने चर्चा में हिस्सा लिया।