श्रीलंका में आधीरात से आपातकाल, 23 को राष्ट्रीय शोक दिवस
कोलंबो, 22 अप्रैल। श्रीलंका में हुए धमाकों के बाद सोमवार की आधी रात से आपातकाल लगाया जाएगा, जिससे सुरक्षाबलों की आतंकवाद निरोधक शक्तियां बढ़ेंगी। राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया। 23 को राष्ट्रीय शोक दिवस रहेगा।
राष्ट्रपति की मीडिया इकाई के बयान के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने आधीरात से सशर्त आपातकाल लगाने का निर्णय लिया है। बयान के अनुसार यह उपाय आतंकवाद को निशाना बनाने के लिए उठाया गया है, इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित नहीं होगी। सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय शोक दिवस की घोषणा की है।
श्रीलंका में फिर कर्फ्यू
श्रीलंका में रविवार को हुए कई आत्मघाती बम धमाकों के बाद देश ने सोमवार को रात में कर्फ्यू लगाने का नया आदेश जारी किया है। रविवार को हुए धमाकों में 290 लोगों की मौत हुई है। 500 लोग घायल हुए हैं। सोमवार सुबह अधिकारियों ने पहले से लागू कर्फ्यू को हटा दिया था, जिसके कुछ घंटे बाद फिर से कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है। सरकार के सूचना विभाग ने बताया सुबह छह बजे पुलिस कर्फ्यू हटा लिया गया था, लेकिन सोमवार रात आठ बजे से इसे फिर से लागू कर दिया जाएगा, जो अगले दिन सुबह चार बजे तक जारी रहेगा।
जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति
राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने दो अन्य जगहों पर विस्फोटों के साथ तीन लक्जरी होटलों और तीन चर्चों में विस्फोटों की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय समिति बनाई है। समिति में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश विजित माललगोडा शामिल हैं।राष्ट्रपति ने समिति को विस्फोटों से संबंधित सभी मामलों की जांच करने, इसकी पृष्ठभूमि और अन्य तथ्यों की जांच करने के और दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।