नवाचारी घोषणा नितिन गडकरी की : फ्लेक्सीबल फ्यूल व्हिकल्स जल्द आएंगे बाजार में, अनिवार्य होगा एक से अधिक ईंधन पर वाहनों का चलना
🔲 दुनिया के कई देशों में यह तकनीक पहली ही अपनाई
🔲 देश में इलेक्ट्रिक व्हिकल्स को बढ़ाने देने के अभियान
🔲 एक से अधिक ईंधन से चल सकेंगे वाहन
🔲 पर्यावरण, लागत और प्रदूषण के मोर्चों पर होगा फायदा
हरमुद्दा
शुक्रवार, 24 सितंबर। केंद्रीय सड़क तथा परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को बड़ी घोषणा की है। नितिन गडकरी ने कहा, अगले 3 से 4 महीनों में मैं एक आदेश जारी करूंगा, जिसमें सभी वाहन निर्माताओं के लिए फ्लेक्स इंजन (जो एक से अधिक ईंधन पर चल सकते हैं) अनिवार्य होगा। फ्लेक्स इंजन यानी (Flexible Fuel Vehicle) जो एक से अधिक ईंधन से चल सकेंगे। दुनिया के कई देशों में यह तकनीक पहली ही अपनाई जा चुकी है। नई योजना कारगर होने से पर्यावरण, लागत और प्रदूषण के मोर्चों पर फायदा होगा।
देश में नितिन गडकरी के नेतृत्व में केंद्रीय सड़क तथा परिवहन मंत्रालय पहले से इस योजना पर काम कर रहा है। गडकरी पहले भी कह चुके हैं कि भारत इथेनॉल आधारित ‘फ्लेक्स इंजन’ की अनुमति देगा, जो कि स्थानीय कृषि उपज का उपयोग करने वाले बिजली वाहन हैं न कि जीवाश्म ईंधन। ब्राजील, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में फ्लेक्स इंजन हैं जो कृषि उत्पादों से संचालित होते हैं। बता दें, ब्राजील सहित दुनिया के कई देशों में यह तकनीक पहली ही अपनाई जा चुकी है। इससे पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम होगी और प्रदूषण को कंट्रोल करने में भी मदद मिलेगी। साथ ही वाहन चलाने का खर्च भी कम होगा।
पर्यावरण, लागत और प्रदूषण के मोर्चों पर होगा फायदा
जून 2021 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गडकरी ने मर्सिडीज, बीएमडब्ल्यू और टोयोटा जैसे वाहन निर्माताओं से ऐसे वाहन विकसित करने की भी अपील की है जो वैकल्पिक ईंधन पर चल सकें। स्थानीय रूप से उत्पादित इथेनॉल के उपयोग से देश को लाभ होगा। अभी भारत बड़े पैमाने पर कच्चे तेल के आयात पर निर्भर है। यदि नई व्यवस्था चलन में आती है तो पर्यावरण, लागत और प्रदूषण (Environment, cost and pollution) के मोर्चों पर फायदा होगा।
दोपहिया वाहन बढ़े हैं इस दिशा में आगे
टीवीएस और बजाज सहित भारतीय वाहन निर्माता इस दिशा में आगे बढ़े हैं और दोपहिया वाहन विकसित किए हैं जो विशेष रूप से इथेनॉल पर चल सकते हैं।