रोजगार वेबीनार : खेल एवं शारीरिक शिक्षा में संभावनाएं अपार, बस इसलिए करें अपने आपको तैयार
बिना फिजिकल एड्यूकेशन हमारी पढ़ाई व्यर्थ
हरमुद्दा
रतलाम, 24 सितंबर। शारीरिक शिक्षा एवं खेलों में रोजगार के अवसर विषय पर एक दिवसीय वेबीनार का आयोजन स्वामी विवेकानंद कॅरियर प्रकोष्ठ के तहत शासकीय कन्या महाविद्यालय में किया गया। मुख्य वक्ता ने कहा खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। बिना फिजिकल एड्यूकेशन हमारी पढ़ाई व्यर्थ है। आज कॅरियर के साथ-साथ स्वस्थ रहना भी जरूरी है। खेल और शारीरिक शिक्षा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। बस जरूरत है इसके अनुरूप अपने आप को तैयार करने की।
प्रमुखवक्ता के रूप में जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर की डॉ. सोनेश पुनिया उपस्थित थी। कार्यक्रम में प्रारम्भ में कॅरियर प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. माणिक डांगे ने कॅरियर प्रकोष्ठ के अंतर्गत किए जाने वाले प्रशिक्षणों एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी।
नित नए अवसर तलाशें छात्राएं
वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सुरेश कटारिया ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि आज पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की ज्यादा भागीदारी हो रही है और उम्मीद की है कि छात्राएं खेल को अपने जीवन में अपनाएगी और रोजगार के क्षेत्र में नित नए अवसर तलाश करेगी।
खेलों के प्रति बढ़ी है जागरूकता
विषय विशेषज्ञ डॉ. सोनेश पुनिया ने कहा कि आज खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ी है। आज ओलंपिक, पेरा ओलंपिक शब्दों से छात्र परिचित हो रहे है। खेल हमारे जीवन के लिए बहुत लाभदायी है। खेल हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। बिना फिजिकल एड्यूकेशन हमारी पढ़ाई व्यर्थ है। आज कॅरियर के साथ-साथ स्वस्थ रहना भी जरूरी है।
इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं
उन्होने शारीरिक शिक्षा के विभिन्न कोर्सेस के बारे में बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में बहुत संभावनाऐं है। रेलवे, आर्मी, ट्रांसपोर्ट, अकादमिक आदि कॅरियर ओरेनटेड इसमें अकादमिक क्षेत्रों में भी स्पोर्ट में भी काफी संभावनाऐं है। इसमें डीपेड, सीपेड, एमपेड, एमफील, पीएचडी, डीलिट जैसरी डिग्री ले सकते है। उच्च शिक्षा के अंतर्गत जेआरएफ, नेट, स्लेट आदि के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है। नेट क्लियर करने के बाद किसी भी कॉलेज में स्पोर्ट ऑफिसर बन सकते है। इसके अतिरिक्त स्पोर्ट मैनेजमेंट, स्पोर्ट टुरिजम, स्पोर्ट जर्नलिसम, योगा, एजुकेशन आदि में भी अवसर मिल सकते है। इसके अलावा कई कोचिंग इंस्टीट्यूट है इसमें भी 12वीं एवं यूजी के बाद आप किसी भी इंसटीट्यूट में कोच बन सकते है। यदि आपने यूनिवर्सिटी दो बार खेला हो। इसमें में 20 से 35 वर्ष वाले बच्चे अपेयर हो सकते है। डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्सेस उपलब्ध है जो अलग-अलग खेलों में हो सकते है। इसी में मास्टर कोर्सेस भी उपलब्ध है। कई विश्वविद्यालय में मास्टर डिग्री एवं डिप्लोमा कराऐ जाते है। स्पोर्ट फेडरेशन भी टेलेंट को ढुंढकर लाती है और आगे बढ़ाती है। इसके लेवल 02 एवं लेवल 03 नाम के सर्टिफिकेट होते है। इसी प्रकार फिटनेस कोर्सेस भी इसमें होते है। जिसमें मास्टर व डिप्लोमा के कोर्सस उपलब्ध है। इसमें भी कॅरयिर बनाया जा सकता है।
स्पोर्ट्स जर्नलिज्म में भी अवसर
इसके बाद उन्होने योग प्रोग्राम के बारे में बताते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में योग को शामिल किया गया है। आगे भी जिसमें रिसर्च यूजी, पीजी प्रोग्राम भी बनाऐ जा सकते है। इसी प्रकार मैनेजमेंट की फील्ड में भी स्पोर्ट के माध्यम से जाया जा सकता है। स्पोर्ट में एमटैक, एमबीए, एमएससी, स्पोर्टस साइकोलाजिस्ट, फिजियों न्यूटीशियेस्ट आदि प्रोग्राम भी होते है। मॉस कम्यूनीकेशन भी एक बड़ी फील्ड है। स्पोर्ट्स जर्नलिज्म में अपार संभावनाऐं है। इसमें भी पीजी डिप्लोमा, मास्टर डिग्री उपलब्ध है। राइटिंग स्कील और लैंग्वेज पर अच्छा कमांड होना चाहिए। स्पोर्टस कमेंट्री भी एक अच्छा ऑप्शन है। इसके साथ अपायरिंग भी कॅरियर के रूप में हो सकता है। स्पोटर्स एडमिनिस्ट्रेशन मीडिया मैनेजर आदि में भी कॅरियर बनाया जा सकता है। रिसर्च सेंटर में भी कॅरियर बनाया जा सकता है। अपने व्याख्यान कें अंत में आपने छात्राओं की जिज्ञासा भी समाधान किया।
आने वाले समय में खिलाड़ियों का भविष्य उज्जवल
प्राचार्य डॉ. आर.के. कटारे ने कहा कि वर्तमान में खेल, योग महत्व बढता जा रहा है। हमारे खिलाडियों ने ओलंपिक और पैराआलंपिक में भी अपना परचम लहराया है। निश्चित ही आने वाले समय में खिलाडियों का भविष्य उज्जवल है।
यह थे मौजूद
वेबीनार में महाविद्यालय के डॉ. अनिल जैन, डॉ. सुरेश चौहान, प्रो. सुषमा कटारे, डॉ. मंगलेश्वरी जोशी, डॉ. पुष्पा कपूर, डॉ. वी.एस. बामनिया, प्रो. एम.एल. गांगले, प्रो. एन. विश्वकर्मा, डॉ. जे.पी. पंडया, डॉ. सुनीता श्रीमाल, डॉ. अनामिका सारस्वत, प्रो. निलोफर खामोशी, डॉ. सुप्रिया पैठणकर, डॉ. सरोज खरे, डॉ. स्वर्णलता ठन्ना, प्रो. रीतिका श्रीवास्तव, प्रो. सौरभ गुर्जर, प्रो. मेघा आचार्य, प्रो. रवि चौबे, श्री उमेश सिंह, डॉ. स्नेहा पंडित, डॉ. मधु गुप्ता, डॉ. रोशनी रावत, शिवप्रकाश पुरोहित सहित काफी संख्या में छात्राऐं उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन कॅरियर प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. माणिक डांगे ने किया। आभार समिति सदस्य डॉ. बी. वर्षा ने माना।