भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार आठवीं बार पॉलिसी रेट में नहीं किया कोई बदलाव, रेपो रेट 4% पर बरकरार
🔲 मॉनेटरी पॉलिसी कमेंटी ने पॉलिसी रेट को जस का तस
हरमुद्दा
शुक्रवार, 8 अक्टूबर। भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार आठवीं बार पॉलिसी रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने रेपो रेट पहले की तरह 4% पर बरकरार है। रिवर्स रेपो रेट भी पहले की तरह 3.35% पर बना हुआ है। यह लगातार आठवीं बार है जब RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने पॉलिसी रेट को जस का तस बनाए रखा ह। RBI ने आखिरी बार मई 2020 में रेपो रेट घटाया था। RBI हर दो महीने में तीन दिन की बैठक करता है और पॉलिसी रेट पर फैसला लेता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब भी इकोनॉमी को लेकर अकोमडेटिव रूख बनाए रखा गया है। उन्होंने कहा कि MPC के सभी 6 सदस्यों ने एकमत से पॉलिसी रेट में बदलाव ना करने का फैसला किया है। जबकि अकोमडेटिव रूख को लेकर 5:1 के मतों से फैसला हुआ है। यानी कमिटी का एक सदस्य अकोमडेटिव रुख के पक्ष में नहीं था। अकोमडेटिव रुख बनाए रखने का मतलब है कि पॉलिसी रेट में कमी होगी या उसे होल्ड किया जाएगा ताकि अर्थव्यवस्था को सपोर्ट मिल सके। RBI गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक लगातर ये कोशिशें करेगा कि महंगाई दर टारगेट के भीतर रहे।
शक्तिकांत दास ने कहा अर्थव्यवस्था में पूरी तरह सुधार आना बाकी, दरें बरकरार
पहले यह उम्मीद की जा रही है थी कि शायद रिजर्व बैंक इसबार पॉलिसी रेट में कमी कर सकता है। रिजर्व बैंक इस बार भी मॉनेटरी पॉलिसी में शायद कोई बदलाव ना करे। पॉलिसी रेट को पहले की तरह बरकरार रखते हुए RBI गवर्नर दास अकोमडेटिव रूख अपना सकते हैं। 6 सदस्यों वाली मॉनेटरी पॉलिसी कमेंटी (MPC) की तीन दिनों की बैठक 6 अक्टूबर को शुरू हुई थी। RBI गवर्नर आज 12 बजे मीडिया को संबोधित करेंगे। RBI का फोकस लगातार महंगाई दर कम करने और इकोनॉमिक ग्रोथ की रिकवरी पर है।
इकोनॉमी की रफ्तार सुधरी
श्री दास ने कहा कि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि इकोनॉमी की रफ्तार सुधरी है। लेकिन कोर इनफ्लेशन अब भी चुनौती बना हुआ है। जुलाई-सितंबर में खुदरा महंगाई दर अनुमान से कम था। शक्तिकांत दास ने कहा कि MPC की पिछली बैठक के मुकाबले इसबार भारत की स्थिति ज्यादा बेहतर है। ग्रोथ मजबूत हो रही है और महंगाई दर पर उम्मीद से बेहतर स्थिति में है।