परीक्षण शिविर में चयन : दिव्यांग विद्यार्थियों को मिलेंगे श्रवण यंत्र, चश्मे, व्हीलचेयर, साइकल, बैसाखी, ऑटो मोटरसाइकिल
विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों के लिए हुआ चिकित्सीय मूल्यांकन शिविर
विशेषज्ञ चिकित्सकों की अनुशंसा कर एलिम्को जबलपुर ने किया चयन
सुविधाओं के लिए बनाए विभिन्न काउंटर
हरमुद्दा
पिपलौदा, 14 अक्टूबर। विशेष आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों के चिकित्सीय मूल्यांकन शिविर का जनपद शिक्षा केंद्र पिपलौदा में आयोजन हुआ। योजना अनुसार परिवहन भत्ता, तथा वाचन भत्ता, आवश्यक उपकरण जैसे श्रवण यंत्र, चश्मे, व्हीलचेयर, साइकल, बैसाखी ,ऑटो मोटरसाइकिल, आदि की विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अनुशंसा कर एलिम्को जबलपुर के द्वारा चयन किया गया।
जिला मिशन संचालक एवं कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन में तथा अपर मिशन संचालक एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रतलाम जमुना भिड़े के मार्गदर्शन में
आयोजन के सफल संचालन के लिए विधिवत जैसे पंजीयन दृष्टिबाधित, मानसिक दिव्यांग , अस्थि बाधित ,श्रवण बाधित, बच्चों की जांच एवं उपचार हेतु अलग-अलग काउंटर बनाए गए।
75 दिव्यांगों का हुआ परीक्षण
चिकित्सीय परीक्षण शिविर में 75 दिव्यांगों का पंजीयन कराकर अपने पालकों के साथ के साथ दिव्यांग बच्चों का विशिष्ट चिकित्सकों द्वारा चिकित्सा परीक्षण हुआ। इसमें 12 श्रवण बाधित, 3 दृष्टि बाधित, 8 मानसिक दिव्यांग, 21 अस्थि बाधित, दिव्यांगों के लिए एलिम्को द्वारा आवश्यक उपकरण हेतु उपयुक्त पाया गया।
विशेषज्ञ चिकित्सकों ने परीक्षण कर दी उचित सलाह
जिला चिकित्सालय रतलाम के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग चौहान, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रीति गुप्ता, नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्जुन पाटीदार, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिनव जैन तथा एलिम्को जबलपुर के विशेषज्ञ डॉ. गिरधारी नायक, डॉ. मनीष सिंह, डॉ. निलेश कुमार, द्वारा परीक्षण कर उचित मार्गदर्शन व सलाह दी गई।
सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ शिविर शुरू
शिविर के प्रारंभ में जिला परियोजना समन्वयक मोहनलाल सासरी, सहायक जिला परियोजना समन्वयक भेरूलाल धमानिया मुख्य अतिथि थे। अध्यक्षता खंड स्रोत समन्वयक विनोद शर्मा ने की। संजय शर्मा, रामदयाल आजना, शसुनीता शर्मा, विशेष अतिथि थे। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर शिविर प्रारंभ हुआ तथा शिविर में आने वाले दिव्यांगों का पंजीकरण हुआ। संचालन जनशिक्षक अंबाराम बोस ने किया। आभार मोबाइल स्रोत सलाहकार मदन धमानिया ने माना।