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हस्तशिल्प मेला : देश प्रदेश के हस्तशिल्पियों एवं बुनकरों द्वारा उत्पादित सामग्री की अनूठी छठा एक छत के नीचे

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 नगर के कई कला पारखी मेले में आकर कर रहे हैं खरीदारी

हरमुद्दा
रतलाम, 28 अक्टूबर। देश प्रदेश के हस्तशिल्पियों एवं बुनकरों द्वारा उत्पादित सामग्री को बाजार दिलाने के उद्देश्य से रोटरी हॉल अजंता टॉकीज रोड पर हस्तशिल्प मेला प्रदर्शनी का आयोजन चल रहा है। प्रदेश के कई विद्याओं में पारगंत शिल्पी एक ही छत के नीचे अपनी अनूठी कला बिखेर रहे हैं। नगर के कई कला पारखी मेले में पहुँच रहे है।

मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया कि मप्र हस्तशिल्प एवं विकास निगम अंतर्गत इंदौर की संस्था मृगनयनी के बैनर तले अपने सामान की बिक्री और प्रदर्शन कर रहे हैं। मेले मे आने वाले कलाप्रेमियों की मांग पर मेला अब 31 अक्टूबर तक चलेगा।

उच्च गुणवत्ता की सामग्री प्रदर्शित

चीनी मिट्टी से बनी वस्तुएं

श्री सोनी ने बताया कि मेले में पहली बार इतनी अधिक संख्या में शिल्पकार आए हैं जो घर सजाने से लेकर सौंदर्य की उच्च गुणवत्ता की सामग्री प्रदर्शित की जा रही है। मिटटी के डाईनिंग सेट, गुलदस्ते, मिटटी के विभिन्न आकृतियों की सुंदर सिटियां, शुद्ध चमड़े से बने जूते, चप्पल, सेंडिल, सौंदर्य सामग्री में हार, बूंदे, चूडी, भी महिलाएं खूब पसंद कर रही है। श्री सोनी के अनुसार डेस मटेरियल की एक लंबी और किफायती रैंज मेले में आने वाले उपभोक्ता खूब पसंद कर रहे हैं। इसमे चाहे साडियां हो, सलवार सूट हो, कुर्ते-पायजामे के लिए थान के वस्त्र हो। यह सभी कपडे ताने-बाने से बुनकर द्वारा हाथों की रात-दिन मेहनत से बनाए गए हैं। तारापुर की दाबू प्रिंट तो शुद्ध रुप से प्राकृतिक रंगो से छपी है। जिससे वस्त्र पहनने पर गृहणी को कोई परेशानी न हो। जबलपुर का बेल मेटल भारत की ऐसी कला है जिसमें एक वस्तु केवल एक ही बार बनाई जाती है और पीतल के आयटम बनाने के लिए मोम और मिटटी का प्रयोग किया जाता है। चंदेरी की साड़ियां की खूबी सभी जानते हैं, लेकिन इस बार चटक और सोबर रंगों में जो साडियां आई है वे सभी साडी पहनने वाली नारी को लुभा रही है।

लेदर की आकर्षित चप्पल

पीतल की वस्तुएं बनी आकर्षण का केंद्र

मेले में बुरहानपुर के लेदर वर्क, देवास के पर्स, बेल्ट, इंदौर का जूट उद्योग, अमृत माटी के स्वास्थ्यवर्द्धक उत्पाद भी मेले में खूब पसंद किए जा रहे हैं। मिटटी के बने उत्पादों में कलश, चाय सेट, तला, मिटटी कि मांग है। मेले में इस बार का सबसे बड़ा आकर्षक रामबाबू ग्वालियर वालों की पीतल की सामग्री है। जो सोने जैसी ही दिखती है और कभी काली नहीं पड़ती है। इस बार हाथकरधा के विध्यांवेली की सभी खाद्य और घरेलु उपयोगी सामग्री भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं। मेले में एक आयटम का ओर जिक्र किया जा रहा है और वह है मंदसौर की बनी बेडशीट। बेडशीट का तानाबाना इतना अच्छा है कियदि एक बार पानी भी भर तो बेडशीट से पानी नहीं टपकेगा। इसी प्रकार अन्य कई उत्पाद आम जन के प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध है। मेला प्रतिदिन आम जनता के लिए दोपहर 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला है।

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